विधानसभा में शहीद हुए लोगों को दी गई श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के प्रथम दिन आज सदन में दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। सदन में वर्तमान छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह, पूर्व लोकसभा सांसद गोंदिल प्रसाद अनुरागी, पूर्व राज्य मंत्री छत्तीसगढ़ रजिंदर पाल सिंह भाटिया, पूर्व संसदीय सचिव श्री युद्धवीर सिंह जूदेव, अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व राज्य मंत्री मूलचंद खंडेलवाल, अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य मनुराम कच्छ और 8 दिसम्बर को वायुसेना की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में दिवंगत देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सदन की कार्यवाही प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने निधन उल्लेख करते हुए दिवंगतों का जीवन परिचय दिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पंचम विधानसभा के सदस्य दिवंगत देवव्रत सिंह सदन में पूरी प्रखरता और बेबाकी के साथ अपनी बात रखते थे। वे 1995 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के विधायक चुने गए। उन्होंने सांसद और विधानसभा सदस्य के रूप में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। देवव्रत सिंह हंसमुख और हमेशा सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि थे, जो अपने क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा सक्रिय रहते थे। संगठन के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया। अल्पायु में उनका निधन देश और प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने पूर्व लोकसभा सदस्य श्री गोंदिल प्रसाद अनुरागी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वे समाज के उत्थान के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। वे रहस के भी अच्छे कलाकार थे।उनका सादगीपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादायक रहेगा। पूर्व राज्यमंत्री रजिंदर पाल सिंह भाटिया को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन में प्रश्नकाल में वे अपने क्षेत्र के विकास की समस्याओं को प्रभावी रूप से रखते थे और अपने क्षेत्र के कार्यों को स्वीकृत करा लेते थे।