Lucknow नगर निगम जोन-3 के घटिया सड़क निर्माण की खुली पोल
Lucknow, Uttar Pradesh: Lucknow नगर निगम और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है कमिशनबाजी की पराकाष्ठा Lucknow नगर निगम में देखने को मिलती है। अभी कुछ दिन पूर्व ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 नवंबर तक शहर की और प्रदेश की सारी टूटी हुई सड़कों को बनाने का आदेश दिया था। इसी क्रम में नगर निगम लखनऊ ने भी सड़कें बनाने का काम शुरू किया और यहीं से शुरू हुआ भ्रष्टाचार का खेल।
आज हमारे राज्य संवाददाता ने Lucknow नगर निगम जोन 3 के अंतर्गत अलीगंज वार्ड के मधुबन गेस्ट हाउस से वर्मा बिस्कुट वाली रोड में पैच वर्क का काम देखने पहुंचे, तो स्थानीय लोगों ने उन्हें अपनी व्यथा सुनाई। स्थानीय लोगों ने साफतौर से आरोप लगाया कि ना तो हमारे विधायक ना हमारे पार्षद और ना ही नगर निगम के अधिकारी हमारी किसी भी समस्या पर ध्यान देते हैं।
अलीगंज वार्ड के स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया इस सड़क का निर्माण बहुत ही घटिया किस्म का हुआ है, इसमें जो मेटेरियल यूज़ हुआ है वह बहुत घटिया है। अलीगंज वार्ड के स्थानीय ने यहां तक आरोप लगाया कि सड़क निर्माण कर रही ठेकेदारी फर्म ने उनसे कहा कि हमें 46 परसेंट तो कमिशन देना पड़ता है, 4 परसेंट मेरा चाय पानी में खर्च हो जाता है, तो आप बताइए कि क्या मैं कार्य इसमें कर सकता हूं?
जिसमें मेरा 50 परसेंट पैसा पहले ही खर्च हो गया है, Lucknow नगर निगम में भ्रष्टाचार बहुत चरम पर है। आपको बता दें अभी कुछ दिन पूर्व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने रेलवे की एक एजेंसी से सड़क निर्माण की जांच करने की बात कही थी, लेकिन बीजेपी के पार्षद हो, सपा के पार्षद हो, कांग्रेस के पार्षद हो, बीएसपी के पार्षद हो या निर्दलीय पार्षद हो सभी ने एक ही स्वर में कहा हमे अपने अधिकारियों पर विश्वास करना चाहिए।
बाहर की किसी एजेंसी से जांच कराने की क्या जरूरत है। कहीं न कहीं मंशा साफ हो जाती है कि यह पूरा खेल मिलीभगत का है।हमारे राज्य संवाददाता मनीष मिश्रा ने जब अधिशासी अभियंता जोन-3 अतुल मिश्रा से बात की तो वो बोले इसकी जांच कराएंगे। खैर ये एक सवाल है कि यह किस तरह की जांचें हैं, जो कभी खत्म ही नहीं होती और भ्रष्टाचार फलता-फूलता रहता है।