पूर्व प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी की 73 किलो चांदी 50 सालों से कोषागार में है सुरक्षित
बिजनौर में पिछले 50 सालों से पूर्व प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी की 73 किलो चांदी की अमानत संभाल कर रखी हुई है। कोषागार के तत्कालीन अधिकारियों द्वारा इस चांदी के सम्बंध में प्रदेश सरकार से भी राय मांगी गई लेकिन वहां से भी कोई जवाब नहीं आया था। ना ही इस अमानत के लिए अभीतक किसी ने दावा किया है।
आपको बता दें कि बिजनौर के कालागढ़ में बांध बनाया जाना था जिसका निर्माण चल रहा था और बिजनौर के लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कालागढ़ में बन रहे बांध कार्य के निर्माण के दौरान आमंत्रित किया था। कार्यक्रम के दौरान सभा में लोगों ने इंदिरा गांधी को चांदी से तोला था जिसका वजन लगभग72 किलो के आस पास था। कार्यक्रम के खत्म होने के बाद वापस जाते समय इंदिरा गांधी इस भेंट को अपने साथ नहीं ले गई थी। तत्कालीन प्रशासन ने इस चांदी को बिजनौर के जिला कोषागार में रखवा दिया और तब से लेकर आज तक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की अमानत यंहा रखी हुई है। वर्तमान में जिले के वरिष्ठ कोषाधिकारी सूरज कुमार सिंह का कहना है कि यह चांदी तभी वापस की जा सकती है जब पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के परिवार का कोई सदस्य इस पर दावा करे।