बीते शुकवार यानि 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश की राजधानी में चल रही तीन दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रदेश सरकार ने अपने लक्ष्य से तीन गुणा ज्यादा निवेश प्रस्ताव हासिल करने में सफलता प्राप्त की है। विभिन्न कंपनियों के साथ राज्य सरकार ने 18 हजार 643 एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। जिनके अंतर्गत अब तक 32 लाख 92 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। लखनऊ में 10 से 13 फरवरी के बीच चल रहे इस आयोजन में देश दुनिया के बड़े उद्योगपतिओं ने शिरकत की, साथ ही प्रदेश में इन्वेस्टमेंट के लिए काफी उत्साह दिखाया। अंबानी, बिड़ला, और एन चंद्रशेखरन समेत कई दिग्गज निवेशकों ने योगी सरकार की तारीफ़ करते हुए कहा की उत्तर प्रदेश विकास की ओर निरंतर बढ़ता जा रहा है। जिससे यहाँ निवेश के लिए एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिल सकता है।
बता दे की रिलायंस कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने 75 हजार करोड़ और हिंदुजा ग्रुप ने 25 हजार करोड़ रूपये की घोषणा की है। इसके साथ ही अन्य निवेशकों के निवेश को मिलाकर कुल निवेश 33 लाख 92 हजार करोड़ का हो गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समिट के उद्घाटन सत्र में कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप नए भारत का नया उत्तर प्रदेश देश के ग्रोथ इंजन की भूमिका निभाने को तैयार है। इससे प्रदेश के युवाओं को 95.31 लाख से अधिक नौकरी और रोजगार के और ज्यादा अवसर मिलेंगे। केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा की यूपी में पहले ऐसा ख़राब माहौल था की उद्योगपति इन्वेस्ट करने को वेस्ट समझते थे लेकिन अब वे इसे बेस्ट समझने लगे हैं। योगी सरकार द्वारा की गई मेहनत के चलते पिछले कुछ वर्षों में यूपी निवेशकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की प्रदेश में हो रहे विकास और बदलती कानून-व्यवस्था का ये परिणाम है की आर्थिक रूप से पिछड़े पूर्वी क्षेत्र को नौ लाख 55 हजार करोड़ रूपये तथा बुंदेलखंड को चार लाख 28 हजार करोड़ रूपये का निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है।