होली पर जनता को मिला बड़ा झटका,घरेलु गैस से लेकर कमर्शियल गैस के दामों में उछाल!
होली के मौके पर सरकार ने जनता को एक बड़ा झटका मिला है। इस खबर के बाद होली का रंग फीका पड़ गया है। हाल ही में सरकार ने घरेलु गैस और कमर्शियल गैस दोनों के दामों में बढ़ोत्तरी कर दी है, जिसके चलते जनता काफी परेशान है और हो भी क्यों न होली का त्यौहार सर पर है ऐसे में लोगों को तरह-तरह के व्यंजन बनाने के लिए रोजमर्रा के जरूरतों के लिए गैस की जरूरत होती है। कमर्शियल और घरेलू दोनों गैस सिलेंडर के दाम बढ़ गए हैं। घरेलू गैस के दाम आठ महीने के बाद बढे़ हैं। घरेलू सिलेंडर के रेट में 50 रुपये का इजाफा किया गया है, वहीं कमर्शियल सिलेंडर के दाम 350 रुपये से अधिक बढ़े हैं।
आपको बता दें कि पिछले महीने गैस की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। कमर्शियल गैस सिलेंडर हाल के महीनों में लगातार सस्ता हो रहा था। जहां तक रसोई गैस की कीमतों का सवाल है, 6 जुलाई 2022 के बाद से ही घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम स्थिर थे। अब दो महीने के बाद कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में एक साथ 350 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है।
यूपी में अभी राहत
सरकारी तेल कंपनियों ने 1 मार्च से नई दरें लागू कर दी हैं, लेकिन यूपी में अभी रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं दिख रही। राजधानी लखनऊ में 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 1090.50 रुपये ही दिख रही, जबकि नोएडा में भी रसोई गैस 1050.50 के पुराने रेट पर ही मिल रहा। हालांकि, जयपुर में यह बढ़कर 1106.50 रुपये, पटना में 1201 रुपये, 1111.50 रुपये और बैंगलोर में 1105.50 रुपये पहुंच गया है।
स्थानीय करों के कारण घरेलू रसोई गैस की कीमतें एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होती हैं। खुदरा ईंधन विक्रेता हर महीने की शुरुआत में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करते हैं। सरकार रियायती दरों पर पात्र परिवारों को 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर उपलब्ध कराती है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर योजना के तहत उपभोक्ताओं को रियायती दर पर एलपीजी सिलेंडर मिलते हैं। हालांकि सब्सिडी विदेशी मुद्रा दरों, कच्चे तेल की कीमतों जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है।