निक्की मर्डर केस में एक और खुलासा, क़त्ल में अकेला नहीं शामिल था साहिल!

प्यार जैसे एहसास को आज के प्रेमी जोड़ों ने इस कदर से बदनाम कर दिया है की कोई भी प्यार करने से पहले दस बार सोचेगा। एक और इस प्यार में बलि लड़कियां की जान की चढ़ाई जाती है। दिल्ली श्रद्धा मर्डर केस के बाद निक्की मर्डर केस में भी कुछ ऐसा ही हुआ। उसके प्यार के बदले में साहिल ने उसकी जान ले ली। इस केस में रोज नई-नई जानकारी सामने आ रही है। जांच की कड़ी में दिल्ली पुलिस रविवार को आरोपी साहिल गहलोत को ग्रेटर नोएडा के उस आर्य समाज मंदिर ले गई, जहां पर उसने निक्की यादव से शादी की थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने मंदिर में पहुंचकर वहां के पुजारी और शादी के वक्त मौजूद रहे गवाहों के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। बता दें कि साहिल गहलोत ने अपनी पहली पत्नी निक्की यादव की कथित तौर पर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके शव को दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में अपने ढाबे के एक फ्रिज के अंदर रख दिया और दूसरी महिला से शादी करने चला गया था। इस घटना का खुलासा हत्या के चार दिन बाद 14 फरवरी को हुआ था।

दिल्ली पुलिस ने निक्की यादव मर्डर केस में शनिवार को खुलासा किया था कि साहिल के साथ हत्या की साजिश रचने में उसके परिवार और उसके दोस्त भी शामिल थे। क्राइम ब्रांच ने पिता विरेन्द्र सिंह, भाई अशीष और नवीन, दोस्त लोकेश और अमर को गिरफ्तार किया है। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि निक्की की लाश को फ्रिज मे छिपाने में उसके दोस्त और कजिन भाई ने साथ दिया था। निक्की मर्डर केस में आरोपी साहिल गहलोत के पिता वीरेंद्र गहलोत को भी गिरफ्तार किया है। वीरेंद्र गहलोत 25 साल पहले भी मर्डर के केस में जेल जा चूका है। वीरेंद्र गहलोत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 1997 में गांव में आपसी विवाद में लाठी डंडों से पीटकर एक शख्स की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में वीरेंद्र को दोषी करार दिया था। लेकिन इस फैसले के खिलाफ वीरेंद्र ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने वीरेंद्र को बरी कर दिया था।