नाबालिक युवती का हुआ अपहरण मदद के लिए पिता संग थाने पहुंचे समाजसेवी संदीप सरवगी
नाबालिग आदिवासी युवती का हुआ अपहरण 2 दिन बाद घर के पास छोड़ा
झांसी //लोकेश मिश्रा
झाँसी के चित्रा चौराहे के पास रह रहे आदिवासी परिवार के दर्जनों लोग आज समाजसेवी संदीप सरावगी के साथ नवाबाद थाने पहुंचे जहां पीड़िता ने जानकारी देते हुए बताया उसकी नाबालिग बच्ची को वहीं रहने वाले ग्यारस एवं चपारी नामक दो युवकों ने चाय में नशे की दवा मिलाकर दिनांक 10/6/ 2022 को शाम लगभग 8:00 बजे बेहोशी की हालत में अपहरण कर लिया था। पीड़िता ने बताया कि पुत्री को जब होश आया तब उसने अपने आप को ग्वालियर की तरफ जाने वाली ट्रेन में पाया। पुत्री को आरोपी ग्वालियर के फूलबाग स्थित अपने जान-पहचान वालों के घर ले गए। वहां पीड़िता की पुत्री के साथ अश्लील हरकतें की गई, पीड़ित की पुत्री अभी तक सदमे में है और पूरा मामला बताने में डर रही है। पीड़िता को भय है कि उसकी पुत्री के साथ गलत काम हुआ है। जब पीड़ित को शक हुआ तो उसने ग्यारस के मोबाइल पर थाने में शिकायत दर्ज कराने की बात कही तो कल शाम के दोनों आरोपी चुपचाप से पीड़िता की पुत्री को चित्रा चौराहे के रेलवे पुल के पास छोड़कर भाग निकले। इसके बाद आरोपी पीड़ित की झोपड़ी में आकर पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकी देने लगे। इसका विरोध करने पर पीड़ित के दामाद तोमर सिंह के साथ भी मारपीट की पीड़ित परिवार ने नावबाबाद थाने पहुंचकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। वहीं झांसी के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. संदीप सरावगी ने बताया कि महिलाओं के साथ ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी एक नाबालिग बच्ची के साथ जो हरकत हुई है आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जानी चाहिये और मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस शासन में पुलिस प्रशासन उक्त पीड़ित परिवार को उचित न्याय दिलाने में सहयोग की भावना से कार्य करेगा, साथ ही उन्होंने बताया वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उन्हें जल्द से जल्द आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन भी दिया गया है। इस मौके पर संघर्ष सेवा समिति की सदस्य सुशांत गेड़ा, राजू सेन, राकेश अहिरवार, मुन्ना लाल अहिरवार, अर्जुन रायकवार, संदीप नामदेव, महेंद्र रैकवार, महेंद्र भदौरिया आदि लोग मौजूद रहे।