कानपुर :- शिक्षा हमे जीवन की कला सिखाती है- सतीश महाना।।
वेद मानव जीवनकी आत्मा है- स्वामी गोविंददेव गिरि महराज।।
उत्तर भारत के कुछ चुनिंदा शहरों के बाद मंगलवार को वेदों के विशिष्ट अध्ययन हेतु समन्वय सेवा ट्रस्ट कानपुर द्वारा रूमा सलेमपुर में समन्वय वेद विद्यालय का प्रारंभ आज उत्तर प्रदेश विधान सभा अघ्यक्ष सतीश महाना व स्वामी गोविंददेव महराज ने दीप प्रज्वलित करके किया। समस्त वेद विद्यालयों के ट्रस्टी महेश नंदे ने कहा कि इन विद्यालयों की स्थापना का क्रम वर्ष 1990 से प्रारंभ हुआ था, जिन्हे श्री गोविंद देव गिरी जी महाराज जी कि वर्तमान में श्रीराम जन्म भूमि न्यास अयोध्या के कोषाध्यक्ष व कृष्ण जन्म भूमि न्यास के उपाध्यक्ष भी हैं द्वारा संचालित किया जा रहा है।स्वामी गोविंददेव गिरि महराज ने कहा कि वर्तमान मे 15 छात्रो को एक शिक्षक अघ्ययन करायेगे । वेदो के ज्ञान से हमे संस्कार आते है। जल्द ही कानपुर का यह वेद विद्यालय उत्तर भारत मे एक अलग पहचान बनायेगा। स्वामी सत्य मित्रा नंद गिरि जी महराज की मूर्ति का अनावरण भी किया गया।सतीश महाना ने कहा कि हमारे विधान सभा मे वेद विघालय का खुल जाना सौभाग्य की बात है। शिक्षा हमे जीवन की कला सिखाती है ,आज हम अपने संस्कार भूलते जा रहे है,आज इन्सानियत भूलता जा रहा है मनुष्य यह वेद विघा हमे संस्कार सिखायेगी।
12 वी पास का प्रमाण पत्र– उत्तर भारत मे 11 वेद विघालय चल रहे है। 1175 बच्चे वेदो का अघ्ययन कर रहे है। पढाई के साथ खेल-कूद व कम्पूटर की भी शिक्षा दी जा रही है। हमारा उद्देश्य गुरूकुल शिक्षा को वापस लाना यहां बालको को अंग्रेजी सहित कंप्यूटर की भी शिक्षा दी जाती है,सम्पूर्ण कोर्स सात साल का है जिसके बाद विद्यार्थी को सांदीपनि राष्ट्रीय वेद प्रतिष्ठान उज्जैन से बारहवीं पास का प्रमाणपत्र दे दिया जाता है। जिसकी मान्यता पूरे भारत में है और इसे इंटर का प्रमाणपत्र माना जाता है। इस विद्यालय का भूमिपूजन 28अप्रैल 2015 को ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत परमपूज्य गुरुदेव स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज के हाथों हुआ था , शिला रोपण 21मई 2017 को महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज के हाथों हुआ और अब उद्घाटन एक भव्य समारोह में पूज्य स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज किया, यह कानपुर नगर का सौभाग्य है कि भारतीय संस्कृति के उत्थान हेतु एक सशक्त एवम सार्थक प्रयास समन्वय सेवा ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा ।सिद्ध श्री बालाजी वेद विद्यालय सलेमपुर में सामवेद की लुप्तप्राय शाखा *घनांतक* का अध्ययन कराया जाएगा जिसके अंतर्गत *, अष्ट विकृति* अर्थात आठ विशिष्ट कृतियों का अध्ययन होगा जो अपने आप में अनोखा है।
इसी प्रकार *शुक्ल यजुर्वेद की जिस मध्यान्धिन*शाखा* का अध्ययन यहां होगा उसे उत्तर भारत के प्राय अधिकतर प्रतिष्ठित वेद विद्यालयों में नहीं देखा जाता, साथ ही यहां विद्यार्थियों की दिनचर्या गुरुकुल के समान रहेगी आचार्यगणों का व्यवहार एवम आचार विचार सहित भोजन आदि परम सात्विक होगा। मंच का संचालन देहदान अभियान प्रमुख मनोज सेंगर ने किया।इस समारोह मे प्रमुख रूप से राघे श्याम अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, अरूण चैतन्य पुरी महराज, राजीव महाना ,अरूण अग्रवाल,कृष्णा अग्रवाल, संतोष अग्रवाल, सुरेन्द्र गुप्ता ,अरविंद मित्तल, प्रहलाद दास गुप्ता,हरिकिशन चोखानी आदि लोग मौजूद रहे।