जाने कब से शुरू हो रही चैत्र नवरात्री, मुहूर्त और पूजन विधि ….
माँ दुर्गा के नौ रूपों के पूजन के लिए साल में दो बार नवरात्री का त्यौहार मनाया जाता है। चैत्र माह में पड़ने वाली नवरात्री हिन्दू धर्म में खास महत्व रखती है। नवरात्री का त्यौहार आने वाला है। हर कोई जानना चाहता है की नवरात्री कब से शुरू हो रही है और घट स्थापना का मुहूर्त क्या होगा? आज हम आपको सारी जानकारियां देने जा रहे हैं…
कब है नवरात्री?
हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से 9 दिन तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। इस साल 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी और 30 मार्च को इसकी समाप्ति होगी। रात 10.52 मिनट से आरंभ हो कर अगले दिन रात 8.20 मिनट पर रहेगी।
जानिए कलश स्थापना का मुहूर्त
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर घटस्थापना कर देवी की पूजा शुरू की जाती है। इस साल कलश स्थापना (घटस्थापना) के लिए 22 मार्च 2023 को सुबह 06 बजकर 29 से सुबह 07 बजकर 39 तक का उत्तम मुहूर्त है. घटस्थापना के लिए साधक को 1 घंटे 10 मिनट तक का समय मिलेगा।
कैसे करें घट स्थापना?
घटस्थापना के लिए देवी दुर्गा की प्रतिमा को पूजा की चौकी पर रखें और फिर एक मिट्टी के पात्र में जौ बोएं। एक कलश में सिक्का, सुपारी, अक्षत, चावल डालकर पात्र पर रख दें। कलश के ऊपर लाल कपड़े में नारियल को बांधकर रख दें। अब गणपति जी, नवग्रह और फिर मां अंबे का आव्हान करें। इसके बाद विधिवत देवी की पूजा करें।
नौ देवियों के नौ दिन
धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा पृथ्वी पर निवास करती है। इस दौरान शक्ति साधना करने वालों को मां जगदंबा का आशीर्वाद मिलता है। नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 स्वरूपों को समर्पित है।
चैत्र नवरात्रि में
22 मार्च को मां शैलपुत्री,
23 मार्च को मां ब्रह्मचारिणी,
24 मार्च को मां चंद्रघंटा,
25 मार्च को मां कुष्मांडा,
26 मार्च को मां स्कंदमाता,
27 मार्च को मां कात्यायनी,
28 मार्च को मां कालरात्रि,
29 मार्च को मां महागौरी,
30 मार्च को मां सिद्धिदात्री की पूजा होगी.
31 मार्च 2023 को चैत्र नवरात्रि व्रत का पारण होगा यानि कन्यापूजन, हवन आदि के साथ सफलतापूर्वक व्रत समाप्त होंगे।