Jio Coin Launch Date: जियो का क्रिप्टो सफर JioSphere और Polygon के साथ शुरू
Jio Coin Launch Date Revealed: Mukesh Ambani's Crypto Ambitions with JioSphere and Polygon

Jio Coin: रिलायंस जियो की क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत और भारत में Web3 का विस्तार
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) ने अपनी इन-हाउस क्रिप्टोकरेंसी जियो कॉइन (JioCoin) को लॉन्च कर दिया है। यह क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम के लेयर 2 नेटवर्क पॉलीगॉन (Polygon) पर आधारित है। हालांकि, कंपनी की ओर से इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन कई उपयोगकर्ताओं ने जियोस्फीयर (JioSphere) वेब ब्राउज़र पर जियो कॉइन वॉलेट का उल्लेख देखा है।
क्या है जियो कॉइन?
जियो कॉइन के बारे में पहली बार चर्चा 2018 में हुई थी, जब खबरें आईं कि रिलायंस जियो, जो मुकेश अंबानी के स्वामित्व में है, एक इन-हाउस क्रिप्टोकरेंसी पर काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व आकाश अंबानी कर रहे थे, जो अब रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के चेयरमैन हैं।
15 जनवरी 2025 को जियो ने पॉलीगॉन लैब्स (Polygon Labs) के साथ साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी का उद्देश्य जियो के मौजूदा डिजिटल प्लेटफॉर्म्स में ब्लॉकचेन तकनीक को शामिल करना है। जियो के लगभग 450 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए यह क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
जियो कॉइन कैसे काम करेगा?
जियो कॉइन क्रिप्टो (JioCoin Crypto) एक ब्लॉकचेन आधारित रिवॉर्ड टोकन है। उपयोगकर्ता जियो के इकोसिस्टम में विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर जियो कॉइन कमा सकते हैं, जैसे:
- प्रमोशनल कंटेंट देखना।
- इवेंट्स में भाग लेना।
- जियो की सेवाओं का उपयोग करना।
यह टोकन हर तिमाही उपयोगकर्ताओं के पॉलीगॉन वॉलेट में क्रेडिट किया जाएगा। जियो कॉइन को जियो और उसकी सहायक कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं और वस्तुओं के लिए रिडीम किया जा सकता है।
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जियोस्फीयर (JioSphere) और जियो कॉइन वॉलेट
जियोस्फीयर ब्राउज़र (JioSphere Browser) पर जियो कॉइन वॉलेट देखने के बाद उपयोगकर्ताओं ने ट्विटर पर इसकी जानकारी साझा की। हालांकि, जियो कॉइन के उपयोग और रिडेम्पशन की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी अभी उपलब्ध नहीं है।
जियो कॉइन लॉन्च के साथ संभावित चुनौतियां
जियो कॉइन ऐसे समय में लॉन्च हुआ है जब भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर स्पष्ट नियम नहीं हैं।
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने की सिफारिश की है और डिजिटल रुपये (CBDC) को बढ़ावा दिया है।
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर 30% टैक्स और 1% टीडीएस का कठोर कर ढांचा लागू है।
पॉलीगॉन लैब्स और जियो की साझेदारी
जियो और पॉलीगॉन लैब्स की साझेदारी का उद्देश्य web3 तकनीक के जरिए डेटा गोपनीयता और नए डिजिटल अनुभव प्रदान करना है। पॉलीगॉन के उन्नत ब्लॉकचेन समाधान जियो के डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को और सशक्त बनाएंगे।
जियो कॉइन क्रिप्टो के लॉन्च के साथ, भारत में क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में यह कदम न केवल उपयोगकर्ताओं के लिए बल्कि भारत के तकनीकी भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।