जयराम रमेश का पीएम मोदी पर तीखा सवाल: “11 साल में एक बार भी मीडिया से क्यों नहीं की बात?
11 साल, 0 प्रेस कॉन्फ्रेंस! जयराम रमेश ने पीएम मोदी से पूछा- किससे डरते हैं?

नई दिल्ली/लखनऊ, 8 जून 2025 — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने 11 वर्षों के कार्यकाल को “महिला सशक्तिकरण” के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने तीखा प्रहार किया है। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने इतने वर्षों में एक भी बार स्वतंत्र प्रेस वार्ता क्यों नहीं की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक विस्तृत पोस्ट के जरिए महिला सशक्तिकरण को लेकर अपनी सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि “स्वच्छ भारत मिशन से लेकर उज्ज्वला योजना, जन धन योजना, मुद्रा ऋण, पीएम आवास और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों ने देश की नारी शक्ति को सशक्त बनाने का काम किया है।”
पीएम मोदी ने महिला विकास को बताया ‘एनडीए सरकार की सफलता की पहचान’
पीएम मोदी ने लिखा कि “हमारी माताएं-बहनें और बेटियां आज शिक्षा, व्यवसाय, विज्ञान, खेल, स्टार्टअप और रक्षा क्षेत्र जैसे हर मोर्चे पर अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। 11 वर्षों में महिलाओं की यह प्रगति हर भारतीय को गर्वित करती है।”
उन्होंने कहा कि बीते दशक में सरकार ने महिलाओं को नेतृत्व, आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन का नया दृष्टिकोण दिया है।
जयराम रमेश ने उठाया बड़ा सवाल, बोले- “डर क्यों है प्रधानमंत्री को?”
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए मीडिया से कहा कि, “सवाल यह है कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बने 11 साल हो गए हैं लेकिन उन्होंने एक बार भी स्वतंत्र प्रेस वार्ता नहीं की। यह किसी भी लोकतांत्रिक देश के नेता के लिए सामान्य नहीं है।”
उन्होंने कहा, “दुनिया में कोई ऐसा प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति नहीं है, जिसने इतने लंबे कार्यकाल में एक भी बार बिना स्क्रिप्ट के, स्वतंत्र रूप से मीडिया से संवाद न किया हो।”
जयराम रमेश ने चुनौती भरे अंदाज़ में पूछा,
“क्या प्रधानमंत्री मोदी बिना स्क्रिप्ट, बिना रिहर्सल के पत्रकारों से सीधे सवाल-जवाब करने से डरते हैं? अगर नहीं डरते, तो एक बार खुले मंच पर मीडिया के सामने आइए।”
“पूर्व प्रधानमंत्रियों ने की हैं प्रेस वार्ताएं, तो मोदी क्यों नहीं?”
जयराम रमेश ने पूर्व प्रधानमंत्रियों का उदाहरण देते हुए कहा कि “नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक, सभी प्रधानमंत्रियों ने समय-समय पर मीडिया से बातचीत की है, तो मोदी जी इससे क्यों बचते हैं?”
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उन्होंने दावा किया कि अगर सरकार की नीयत साफ़ है और छिपाने जैसा कुछ नहीं है, तो पीएम को प्रेस वार्ता करने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए।
एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण को अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में गिनवा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों का उन पर लोकतंत्र और पारदर्शिता को लेकर हमला तेज होता जा रहा है।
जयराम रमेश का यह बयान आने वाले लोकसभा और राज्य चुनावों की गरमा गरम राजनीति का संकेत दे रहा है।