Farmer Registration: तकनीकी खामियों के कारण किसान हुए परेशान, PM किसान लाभ पर संकट
Farmer Registration: Technical Glitches Leave Farmers Struggling for PM Kisan Benefits

फॉर्मर रजिस्ट्रेशन में समस्याएं: पूरा दिन परेशान रहे किसान
31 दिसंबर 2024 को जब देश नए साल के जश्न की तैयारी में व्यस्त था, उत्तर प्रदेश के किसान Farmer Registration और Agri Stack प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन के लिए जूझते नजर आए। https://upfr.agristack.gov.in/ पर बार-बार “eSign server is busy at the moment, Please try after some time” जैसे संदेश मिलने और सर्वर क्रैश होने से किसान पूरे दिन परेशान रहे।
फॉर्मर रजिस्ट्रेशन में क्या हो रही है दिक्कतें?
Farmer Registration Form भरने और सबमिट करने में किसानों को कई तरह की तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
- Farmer Registration CSC पर सर्वर क्रैश होने के कारण काम में देरी।
- Farmer Registration Login और Farmer Registration Status चेक करने में असमर्थता।
- Agri Stack Application पर बार-बार तकनीकी खामियों का आना।
किसानों की चिंता: सम्मान निधि की अगली किश्त मिलेगी या नहीं?
कई किसान इस चिंता में हैं कि अगर उनका PM Kisan Registration समय पर नहीं हुआ तो क्या 2025 में उन्हें PM-Kisan Samman Nidhi की अगली किश्त का लाभ मिलेगा। किसानों ने दिनभर Uttar Pradesh Farmer Registry और Kisan Call Centre Registration से मदद लेने की कोशिश की, लेकिन समाधान नहीं मिल पाया।
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सरकार की जिम्मेदारी
Ministry of Agriculture and Farmers Welfare को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि Online Farmer Registration प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके। साथ ही, Farmer Registration ID प्राप्त करने में आ रही समस्याओं को तुरंत हल किया जाए।
कैसे करें ऑनलाइन किसान पंजीकरण?
- https://upfr.agristack.gov.in/ वेबसाइट पर जाएं।
- Farmer Registration Form भरें और सबमिट करें।
- अपनी स्थिति चेक करने के लिए Farmer Registration Status और लॉगिन का उपयोग करें।
- सहायता के लिए Kisan Call Centre Registration का सहारा लें।
नए साल की उम्मीद
किसानों को उम्मीद है कि सरकार 2025 की शुरुआत में इन समस्याओं का समाधान करेगी ताकि वह समय पर रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकें और सम्मान निधि का लाभ उठा सकें। Agri Stack जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रभावी उपयोग ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।
तकनीकी खामियों के बीच भी किसानों की मेहनत और हौसला सराहनीय है, लेकिन सरकार की ओर से तकनीकी समर्थन की सख्त जरूरत है।