बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ठोस कदम उठाने की अपील
Bangladesh Hindu Crisis: A Call for Action by India to Protect Minority Rights
बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा: मैं नहीं जनता कि बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ जो हिंसा के वीडियो आ रहे हैं उनमें कितनी सच्चाई है, परन्तु यदि उसमें तनिक भी सच्चाई है तो मुझे यह कहने में शर्म महसूस हो रहा है कि हम एक परमाणु संपन्न देश हैं, हमारे देश में तेजस और राफेल जैसे उन्नत किस्म के लड़ाकू विमान है, अग्नि और ब्रम्होस जैसे अचूक मिसाइलें हैं, सबसे बड़ी बात हमारे पास भारत के इतिहास का सबसे मजबूत और दृढ इच्छा शक्ति और कड़े फैसले लेने वाला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी है जिनके लिए पूरी दुनिया में कहा जाता है कि “मोदी है तो मुमकिन है” और कई मौकों पर उन्होंने इसको साबित भी किया है जो दूसरों के लिए असंभव था, फिर भी हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
आज हम अर्थव्यवस्था और सामरिक शक्ति में दुनिया कि पहली पांच ताकतों में से एक हैं फिर कैसे हमारा एक छोटा सा पडोसी देश जो कभी भारत वर्ष का ही एक हिस्सा था जिसको पाकिस्तान से आज़ाद कराने के लिए इंद्रा गाँधी ने भारत की सेना भेज दी थी और उसको पाकिस्तान से आजाद कराकर एक अलग मुल्क बांग्लादेश बनाने में अहम् भूमिका निभाई थी, अगर हिन्दुओं के साथ यही सब कुछ होना था तो देश को खंड खंड क्यों किया ? और अगर मकसद हिन्दुओं की सुरक्षा और शांति थी तो आज हिन्दुओं के जनसंहार को देखते हुए हम चुप क्यों है, आखिर हम किस चीज का इंतज़ार कर रहे हैं ?
आज बांग्लादेश के हिन्दुओं की दुर्दशा देखकर हर हिन्दू द्रवित है और भारत के प्रधानमंत्री की तरफ कातर निगाहों से देख रहा है, हर हिन्दू यही सोच रहा है की जब इंद्रा गाँधी तब के बांग्लादेश के लोगों पर पाकिस्तान के अत्याचार को देख कर वहां भारत की सेना भेज कर पाकिस्तान से आज़ाद करवा सकती हैं तो ऐसे क्या मजबूरी है कि आज की भारत की सरकार जो आज तब के मुकाबले सामरिक और आर्थिक हर मोर्चे पर काफी सशक्त है हिन्दुओं के नरसंहार पर चुप है।
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वैसे तो मोदी जी ने एक नहीं सैकड़ों बार हर हिन्दुस्तानी को गौरव का अनुभव कराया है, और मैं खुद सदैव से उनका मुरीद रहा हूँ और आगे भी रहूँगा लेकिन बांग्लादेश में हिन्दुओं के नरसंहार मामले में उनका रवैया समझ से बाहर है, आज जितने लोग हररोज अपनी जान, अपनी इज़्ज़त, अपने लोगों को, अपने घर और अपने व्यवसाय को बांग्लादेशी जेहादिओं के हाथों गवा रहे हैं वो सभी भारत और भारत के प्रधानमंत्री की तरफ कातर निगाहों से देख रहे हैं, और उस घडी को कोश रहे हैं जब हमारे नेताओं ने बिना उनकी रजामंदी के देश का बटवारा करके उनसे उनके भारतीय होने का हक़ छीन लिया, और आज जब वही सब हालात जिसका डर दिखा कर अखंड भारत की आत्मा को चूर चूर करके देश का बटवारा कर दिया गया था वहां के हिन्दू झेल रहे हैं तो हमारे हुक्मरान अभी हिन्दुओं के गिरी हुई लाशों, जला दिए गए घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, और अपनी इज़्ज़त को गवां चुकी औरतो की संख्या को गिनने में व्यस्त हैं।
हम इजरायल (Israel) जैसे देश से भी कुछ सीख लेने को तैयार नहीं हैं जिसका सिद्धांत है कि अगर दुनिया के किसी भी कोने में एक भी इस्राइली मारा जाता है तो इज़राइल उसको आकाश पाताल जल और थल कहीं भी हो ढूँढ कर हिसाब करता है। और उसने अभी हाल में इसका उदहारण गाजा, लेबनान, ईरान में हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ कार्यवाही कर के पूरी दुनिया को दिखाया भी है।
भारत के तमाम हिन्दू भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बांग्लादेश के हिन्दुओं कि दुर्दशा को देखते हुए तत्काल कोई ठोस कदम उठाने कि अपील करते हैं, ताकि एक भी माता और बहन के इज़्ज़त के साथ खिलवाड़ न हो, किसी एक भी हिन्दू का घर और दूकान न जले, किसी को अपना घर व्यवसाय छोड़ कर भागना न पड़े।