उन्नाव:- लाखों बरामद,जाली नोटों को छापने व तस्करी करने वाले गिरोह को पुलिस ने किया गिरफ्तार!!
उन्नाव से जिला संवाददाता अनुज तिवारी
पुलिस अधीक्षक जनपद उन्नाव के कुशल निर्देशन एवं अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी व श्रीमान क्षेत्राधिकारी बांगरमऊ के कुशल पर्यवेक्षण में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना औरास पुलिस एवं एसओजी टीम द्वारा जाली नोटों की मैन्युफैक्चरिंग व सप्लाई करने वाले दो अभियुक्तों को मय जाली नोट व उपकरण के साथ गिरफ्तार किया गया।
दिनांक 17/10/2024 को थाना औरास पुलिस एवं एसओजी टीम द्वारा रहीमाबाद रोड पर कटरा तरौना पुल के पास संदिग्ध व्यक्तियों/वाहनो की चेकिंग के दौरान एक सफेद रंग की कार स्विफ्ट डिजायर नं0 UP32KS8444 को रोककर कार सवार
1. मो०शोएब उम्र 41 वर्ष पुत्र मो० शरीफ निवासी ग्राम तिलोइया कला थाना सण्डीला जनपद हरदोई
2. फुरकान उम्र करीब 43 वर्ष पुत्र स्व० रसूलबक्श निवासी तकिया रहीमाबाद थाना रहीमाबाद। जामा तलाशी ली गई तो अभियुक्तगण के कब्जे से 500रु0 के 394 जाली नोट, दो अदद मोबाइल बरामद हुए कार की तलाशी लेने पर कार में डेस्क बोर्ड से 100रु0 के 988 जाली नोट बरामद हुए तथा कार की डिग्गी खोलकर देखा गया डिग्गी के अन्दर एक अदद प्रिन्टर EPSON L8180, JIO वाईफाई मोडम, एक अदद ASUS मानिटर, एक अदद SAMSUNG CPU व एक अदद पेपर कटर,पेपर ए3 साइज 3 रिम, पेपर A4 साइज 1 रिम, लैपटाप एचपी 01 अदद, कैंची एक अदद, पटरी लोहे की 12 इंची बरामद हुए।
पूछताछ में अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि वह लोग प्रिन्टर कागज व कम्प्यूटर/लैपटाप आदि उपकरणों की मदद से 500रु0 व 100रु0 के जाली नोट तैयार करते हैं तथा उसे घूम फिर कर अपने जनपद व अन्य शहरों में फुटकर के रुप में दुकान से सामान लेकर चलाते है या ज्यादा रुपयों के बीच मे नकली नोट लगाकर चला देते हैं जिससे हम लोगो को काफी फायदा होता है। यह काम हम लोग दुबग्गा मंडी के आगे सीतापुर बाइपास से पहले लखनऊ के हाजी सलीम के काम्पलैक्स में कमरा लेकर चुपके से कर रहे थे। लोगों को शंका करने पर तैयार किये गये 500 व 100रु0 के जाली नोट व नोट छापने से संबन्धित उपकरण गाड़ी मे रखकर अपने साथी फुरकान के घर रहीमाबाद जा रहे थे, तभी रास्ते मे पुलिस चेकिंग देखकर मुड़ने लगे परन्तु आप लोगों ने हमें पकड़ लिया। साहब लालच मे आकर हमने यह कार्य किया है, हमसे गलती हो गई। हमारे पास 500रु0 के 394 जाली नोट व 100रु0 के 988 जाली नोट है तथा नोट छापने के उपकरण कार की डिग्गी में थे जो आपने बरामद किये हैं।
बरामद शुदा सभी नोटो पर एक ही सीरीज नम्बर अंकित होने से यह स्पष्ट है कि अभियुक्तगणों के कब्जे से बरामद नोट जाली मुद्रा है। उक्त कृत्य मे अभियुक्तगण द्वारा भारतीय अर्थ व्यवस्था को कमजोर करने मे भारतीय जाली मुद्रा का प्रयोग किया जा रहा था तथा जाली नोटो के विमुद्रीकरण के सन्दर्भित जाली भारतीय नोट की विभिन्न प्रयोगों मे आपूर्ति की जा रही थी। उपरोक्त कृत्य बीएनएस की धारा 179/180/181 का दंडनीय अपराध है। अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर थाना औरास पर मु0अ0सं0 259/24 धारा 179/180/181 बीएनएस पंजीकृत किया गया है।