Prayagraj Murder Case: 18 साल बाद फिर से दोहराया इतिहास, राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह की सरेआम हत्या!

संगम नगरी में दिन दहाड़े कानून व्यवस्था की धज्जिया उड़ती दिखाई दी। प्रयागराज (Prayagraj) में बसपा (BSP) विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) में मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस तरह सरेआम उमेश पाल की हत्या की गई. इस खूनी मंजर ने 25 जनवरी साल 2005 की याद दिला दी. इसी जीटी रोड पर 25 जनवरी साल 2005 को बीएसपी के तत्कालीन राजूपाल की सरेआम गोलियों से मारकर हत्या कर दी गई थी। ये सारी घटना वहां लगे सीसीटीवी (CCTV) फुटेज में रिकॉर्ड हो गई है। इसमें देखा जा सकता है कि 4 बजकर 56 मिनट 28 सेकंड पर बदमाशों ने पहले गोली दागी और 4 बजकर 57 मिनट और 15 सेकेंड पर बदमाश वारदात को अंजाम दे चुके थे। यानी इस वारदात में बदमासों ने मात्र 47 सेकेंड में अंजाम दे दिया गया। बताया जा रहा है की बदमाश, उमेश पाल की गाड़ी के पीछे कचहरी से ही लग गए थे।

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई पूरी घटना
सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि उमेश 4 बजकर 56 मिनट और 24 सेकेंड पर अपनी सफेद रंग की क्रेटा कार से घर के बाहर पहुंचे। वह पिछली सीट पर बैठे थे, जैसे ही वे गाड़ी से बाहर निकले तो एक बाइक सवार बदमाश वहां आ पहुंचा और उसने पिस्टल तान दी। वह कुछ समझ पाते, उससे पहले बदमाश ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पहली गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गए। तभी दूसरा बदमाश भी आ धमका। इसके बाद उसने भी गोलियां चलानी शुरू कर दी, इस दौरान एक गनर को भी गोली लग गई।
इतना ही नहीं बदमाशों ने देसी बमों से भी हमला किया। हमले का जो CCTV फुटेज सामने आया है, उसमें हमलावर गोली और बम चलाते दिख रहे हैं। घटना के बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उमेश पाल और एक गनर ने दम तोड़ दिया, जबकि, दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है।

हत्या के में आरोपी के दो बेटे भी शामिल
प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उमेश पाल के घर के पास की हत्या हुई है। इस हत्या के बाद से पुलिस अब पूरी तरह से अलर्ट मूड में हैं। उमेश पाल की हत्या कांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए जुट गई है। एसटीएफ सहित पुलिस की 10 टीमों को इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए लगाया गया है। हत्याकांड के बाद से ही प्रयागराज की सीमा को सील कर दिया गया है और हर आने जाने वाली गाड़ियों पर खास निगाह रखी जा रही है। इसके अलावा यूपी के सभी नामी शूटरों की धरपकड़ के साथ पूछताछ चल रही है। उमेश पाल की हत्या का आरोप बाहुबली अतीक अहमद पर लगा है तो लिहाजा पुलिस ने भी अतीक के करीबियों के साथ दोनों बेटों से भी पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद पुलिस के आला अधिकारियों के साथ प्रयागराज के जिला अधिकारी भी मृतक उमेश पाल के घर पहुंचकर परिवार वाले से मिलकर पूछताछ की है। सरेआम हुई इस हत्या के बाद से इस पूरे घटनाक्रम पर यूपी सीएम खुद निगाह बनाए हुए हैं।
तब की कानून व्यवस्था पूरी तरीके से फेल मानी जाती थी, लेकिन 18 साल बाद परिस्थितियां बदल गई और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार अब दम भरती है, लेकिन बीच सड़क पर हुई इस हत्या के बाद प्रदेश के कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल उठने लगा है।