Baba Siddiqui Murder Case: मुख्य शूटर बहराइच से गिरफ्तार, STF को बड़ी सफलता!
Main Shooter in Baba Siddiqui Murder Arrested from Bahraich by UP STF
बहराइच में यूपी एसटीएफ को मिली बड़ी सफलता, बाबा सिद्दीकी के मुख्य शूटर हुआ गिरफ्तार
मुंबई के चर्चित और प्रभावशाली व्यक्ति बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मुख्य शूटर शिव कुमार उर्फ़ शिवा को उसके चार साथियों के साथ बहाराइच जिले से गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी 10 नवंबर, 2024 को हुई। शिव कुमार, जो गंदारा गांव, कैसरगंज, बहाराइच का निवासी है, के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य सहयोगियों में अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह शामिल हैं।
मामले का पृष्ठभूमि
12 अक्टूबर, 2024 की रात को, बाबा सिद्दीकी को ठाणे, मुंबई में उनके बेटे के कार्यालय के पास तीन अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी माने जाते थे। इस हत्याकांड में मुंबई पुलिस ने पहले ही दो शूटरों – धर्मराज कश्यप और गुरमेल सिंह – को गिरफ्तार कर लिया था। शिव कुमार उस समय फरार हो गया था।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के आदेश पर हुई हत्या
जांच के दौरान पता चला कि इस हत्या को कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के आदेश पर अंजाम दिया गया था। बिश्नोई के दो सहयोगियों – महाराष्ट्र के शुभम लोंकर और जालंधर के मोहम्मद यासीन अख्तर – ने हत्या के लिए जरुरी जानकारी और व्यवस्थाएँ उपलब्ध करवाईं थी। शिव कुमार ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसे लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के द्वारा 10 लाख रुपये देने का वादा किया गया था।
शिव कुमार की गिरफ्तारी
मुंबई पुलिस की मदद से यूपी एसटीएफ ने शिव कुमार को ढूंढ़ने में सफलता प्राप्त की। 23 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने यूपी एसटीएफ से संपर्क कर शिव कुमार और अन्य फरार शूटरों की गिरफ्तारी में सहायता मांगी थी। सूचना मिली थी कि शिव कुमार नेपाल भागने की योजना बना रहा था और बहाराइच में छिपा हुआ था। इस जानकारी के आधार पर STF टीम ने बहाराइच के नैनापारा क्षेत्र में एक अभियान चलाया और हराभसरी नहर पुलिया के पास से शिव कुमार और उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में हुए खुलासे
STF के डिप्टी एसपी प्रमेश शुक्ला ने बताया कि शिव कुमार ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह और धर्मराज कश्यप एक ही गांव के रहने वाले थे और पुणे में एक साथ स्क्रैप के व्यवसाय में कार्यरत थे। शिव कुमार ने बताया कि लॉरेंस बिश्नोई का सहयोगी शुभम लोंकर उसे हत्या की योजना के बारे में निर्देश दे रहा था, जबकि वह अनमोल बिश्नोई के संपर्क में था। इन निर्देशों के तहत, उसने हत्या को अंजाम दिया।
शिव कुमार और अन्य शूटरों ने 12 अक्टूबर की रात को हत्या को अंजाम दिया। हत्या के समय मुंबई में एक पर्व का माहौल था, जिससे उन्हें भीड़ में घुलने-मिलने में मदद मिली। इस हमले में दो शूटरों की गिरफ्तारी हो गई, लेकिन शिव कुमार बच निकलने में कामयाब रहा।
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फरारी के दौरान किए कई राज्यों का सफर
हत्या के बाद शिव कुमार ने मुंबई से निकलकर पुणे, झांसी और लखनऊ होते हुए बहाराइच में पनाह ली। इस दौरान वह लगातार अपने सहयोगियों के संपर्क में बना रहा और नेपाल भागने की योजना बना रहा था। उसके साथियों – अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेंद्र प्रताप सिंह – ने नेपाल भागने की योजना में मदद के लिए आवश्यक प्रबंध किए थे।
बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में मुख्य शूटर की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश एसटीएफ और मुंबई पुलिस के सहयोग से बड़ी सफलता मानी जा रही है। इससे न केवल हत्या के साजिशकर्ताओं तक पहुंचने में मदद मिलेगी बल्कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क की गहराई को समझने में भी सहायता मिलेगी। पुलिस का कहना है कि इस गिरफ्तारी के बाद मामले की और गहराई से जांच की जा रही है।