Hindu Raksha Sankalp Yatra: हिंदुओं की एकता और सशक्तिकरण का प्रतीक
Hindu Raksha Sankalp Yatra: A Historic Movement for Unity and Empowerment
Hindu Raksha Sankalp Yatra: हिंदुओं की एकता और सशक्तिकरण का प्रतीक: हिंदू समाज की एकजुटता और शक्ति का ऐतिहासिक प्रदर्शन
सरोजिनी नगर के यशस्वी विधायक मा० डॉ. राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में आयोजित हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा ने न केवल ऐतिहासिक जनसैलाब को आकर्षित किया, बल्कि हिंदू समाज की एकता और सशक्तिकरण का स्पष्ट संदेश भी दिया। यात्रा की शुरुआत तेलीबाग स्थित श्री वरदानी हनुमान मंदिर में आराध्य बजरंगबली की पूजा-अर्चना से हुई और शनिदेव मंदिर तक जनसमूह का अद्वितीय प्रदर्शन रहा।

इस यात्रा में सरोजिनी नगर और पंडित खेड़ा क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने विनीत मिश्रा के नेतृत्व में भाग लिया। यात्रा के दौरान जनसमर्थन का जो दृश्य दिखा, उसने यह स्पष्ट किया कि हिंदू समाज अपने अधिकारों, सुरक्षा और संस्कृति के संरक्षण के लिए संगठित है।

बांग्लादेश में हिंदू उत्पीड़न के खिलाफ सशक्त कदम
यात्रा का प्रमुख उद्देश्य बांग्लादेश में हो रहे हिंदू उत्पीड़न को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाना और इसके खिलाफ जनमत तैयार करना था। 5 अगस्त 2024 को बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद से हिंदुओं पर अत्याचारों में चौंकाने वाली वृद्धि हुई है।
- मंदिरों पर हमले और लूटपाट: सैकड़ों हिंदू मंदिरों को तोड़ दिया गया और उनकी संपत्ति लूट ली गई।
- घरों और महिलाओं पर अत्याचार: निर्दोष हिंदुओं के घर जलाए गए और बेटियों की अस्मत को निशाना बनाया गया।
- संतों की गिरफ्तारी: 2000 से अधिक अमानवीय घटनाओं में हिंदू संतों को जेल में डाला गया, जहां उन्हें न्याय से वंचित रखा गया।
यात्रा का जनसैलाब और इसमें उठाए गए उद्घोष नारों का बांग्लादेश की Muhammad Yunus सरकार पर क्या असर होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या यह रैली हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोकने में सफल होगी?
हिंदू अस्तित्व पर मंडराता जनसांख्यिकीय संकट
1947 में बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी 22% थी, जो अब घटकर केवल 7% रह गई है। पाकिस्तान में भी हिंदुओं की संख्या 20% से गिरकर 1.6% रह गई है।
भारत में भी हिंदू आबादी में गिरावट दर्ज की गई है, जिसका कारण तुष्टिकरण और जातिवादी राजनीति है:
- केरल में हिंदू आबादी में 16% की कमी।
- उत्तर प्रदेश में 5% की गिरावट।
- कश्मीर में 4 लाख पंडितों को विस्थापित होना पड़ा।
जनसांख्यिकी असंतुलन हिंदू समाज के अस्तित्व, सुरक्षा और सम्मान के लिए खतरा बन चुका है।
Bangladesh Violence: बांग्लादेश हिंसा के खिलाफ सरोजनीनगर में 18 दिसंबर “हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा”
यात्रा में दिए गए प्रमुख संदेश
- “अब और नहीं सहेंगे हिंदुओं पर वार, हर हिंसक घटना का होगा कड़ा प्रतिकार।”
- भारत सरकार से मांग की गई कि बांग्लादेश पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएं और अवैध घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाए।
- जातिवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को समाप्त करने का संकल्प लिया गया।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कथन “बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे” को यात्रा का मुख्य संदेश बनाया गया।
हिंदू रक्षा संकल्प यात्रा: ऐतिहासिक और प्रेरणादायक
यह यात्रा न केवल हिंदू समाज के लिए एक ऐतिहासिक कार्यक्रम साबित हुई, बल्कि उसने सशक्तिकरण और एकता का संदेश भी दिया। सरोजिनी नगर की जनता ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब हिंदू समाज अन्याय के खिलाफ खड़ा होगा।
इस यात्रा ने हिंदू समाज को सशक्तिकरण के लिए प्रेरित किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदू उत्पीड़न के खिलाफ एक ठोस कदम उठाने का संकल्प लिया।
(क्या इस यात्रा का बांग्लादेश की सरकार पर प्रभाव पड़ेगा और हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार रुकेंगे? समय ही इसका उत्तर देगा।)