CBSE Practicals 2023: CBSE का प्रायोगिक परीक्षा कार्यक्रम जारी, ये रही डेटशीट
CBSE Practicals 2023: सीबीएसई ने कक्षा 10वीं 12वीं (CBSE Practical Exam Date 2023) के छात्रों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा कम इंटरनल असेसमेंट का शेड्यूल जारी कर दिया है। सीबीएसई की प्रायोगिक परीक्षाएं (CBSE Board Practical Exam Date 2023) दो जनवरी से शुरू होंगी। सभी स्कूलों को 14 फरवरी तक इन परीक्षाओं को कराना होगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से प्रैक्टिकल परीक्षाओं की गाइडलाइंस भी जारी की गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षाओं (CBSE Board Practical Exam Date for Class 10th and 12th 2023) की शुरुआत दो जनवरी से हो रही है। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ संयम भारद्वाज ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए स्कूलों को नियमानुसार परीक्षा नियंत्रक और पर्यवेक्षक, सहायक पर्यवेक्षक आदि नियुक्त करने होंगे। साथ ही प्रायोगिक परीक्षाओं के आयोजन के बाद उनकी कॉपियों का मूल्याकंन करना होगा और आयोजन की समयावधि के दौरान उनके प्राप्तांक भी अपलोड करने होंगे।
वहीं, सैद्वांतिक बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी, 2023 से शुरू होने के आसार है। हालांकि, अभी आधिकारिक सैद्वांतिक बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। लेकिन इसके आजकल में जारी होने के आसार हैं।
सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर के अनुसार, प्रैक्टिकल/ प्रोजेक्ट अंक ऑनलाइन अपलोड करने के बाद, अंक सूचियों की केवल एक हार्ड कॉपी प्रिंट की जानी चाहिए, जिस पर आंतरिक और बाहरी दोनों परीक्षकों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने होंगे। अंक सूचियों का प्रिंट-आउट, विधिवत हस्ताक्षरित और मुहरबंद, बाहरी परीक्षक द्वारा उस संस्थान के प्रधानाचार्य/प्रमुख को सौंप दिया जाएगा, जिसके छात्र की व्यावहारिक परीक्षा/परियोजना मूल्यांकन में शामिल हुए हैं।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि स्कूल बाहरी परीक्षक को अंक सूचियों की हार्ड कॉपी की प्राप्ति देगा। स्कूल अंक सूचियों की विधिवत मुहरबंद प्रतियों को स्कूल के स्ट्रांग रूम में एक सुरक्षित लॉकर में रखेगा। इन अंक सूचियों को क्षेत्रीय कार्यालयों को भेजने की आवश्यकता नहीं है। अंक सूचियों को परिणाम घोषित होने के बाद एक वर्ष तक सुरक्षित रखा जाएगा। अंक सूचियों को सील करने से पहले, हस्ताक्षरित करें और स्कैन करके एक पीडीएफ फाइल के रूप में सहेजा जाना चाहिए।