बस यूनियन ने टीटीआई और परिवहन निगम पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
चले थे दूसरो की गाड़ी का चालान करवाने अपनी ही गाड़ी का हो गया चालान,जी है ये बात है डोईवाला के भानियावाला की,परिवहन निगम ने एक प्राइवेट बस का पीछा देहरादून से किया और भानियावाला फ्लाईओवर के नीचे उसको रोक लिया। परिवहन निगम के कर्मचारियों ने उसी वक्त परिवहन कर अधिकारी को मौके पर बुला लिया। मगर उस बस के पूरे कागज होने पर ओर बस में कोई सवारी ना होने पर भी उस बस का चालान काट दिया गया। जिस बात कर बस मालिक भड़क गए। परिवहन कर अधिकारी परीक्षित भंडारी ने बताया कि परिवहन निगम ने इस बस को यह पकड़ा है और जब हम यह आए तो इस बस का चालक यह नहीं था । हरिद्वार से बस के मालिक आए और इस बस के कागज पूरे है। मगर परिवहन निगम द्वारा बताया गया कि ये रोडवेज बस के आगे आगे चलती है । इससे परिवहन निगम को नुक्सान हो रहा है इस लिए इसका चालान किया गया। वही दूसरी ओर बस चालकों ने जब परिवहन निगम के सरकारी वाहन के कागज चेक करने को बोला तो परिवहन निगम की गाड़ी के कागज पूरे नहीं मिलने पर उनका भी चालान काटा गया। परिवहन कर अधिकारी द्वारा बताया गया कि परिवहन निगम द्वारा ये कहा गया कि उनकी गाड़ी का राज्यपाल द्वारा इंश्योरेंस मुक्त रखा गया है, मगर अभी उनका चालान काट दिया गया है।
वही पीके भारती सहायक महाप्रबंधक परिवहन निगम ने कहा कि ये बसें रोडवेज बसों के आगे चलती है। रोडवेज की बसों को सवारी नहीं भरने देती है,जिससे रोडवेज को नुक्सान हो रहा है। बस मालिक राजीव चौधरी ने बताया कि हमारी बस को बेवजह रोका गया है मेरी गाड़ी के कागज पूरे है, ये बेवजह हमको परेशान कर रहे है,उन्होंने कहा कि हमारा काम है पर्यटक को उत्तराखंड लाना ओर उनको बाहर ले जाना जिससे उत्तराखंड वासियों कि आय बढ़ती है,मगर ये विभाग के लोग चाहते कि उत्तराखंड में कोई पर्यटक ना आए। उनके पास हाई कोर्ट का लेटर है जिसमे ऐसा कोई पर्वधन नहीं है कि रोडवेज की बस के आगे से आप सवारी नहीं उठा सकते है। उन्होंने कहा कि में इन अधीकारियों के खिलाफ अनशन करूंगा। बस मालिक के पास एक जियो भी है जिसमे आप सवारी उठा सकते है।