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यूपी की इन 10 बड़ी महिला राजनेताओं से डरते हैं बड़े-बड़े राजनीति के दिग्गज!
राजनीति के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की 10 ऐसी राजनेता महिलाएं हैं। जिनकी ताकत के आगे यूपी के सभी बड़े-बड़े राजनीति के खिलाड़ी भी थर-थर कांपते लगते है।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ रही है। राजनीति के क्षेत्र में यूपी में 10 ऐसी राजनेता महिलाएं हैं। जिनकी ताकत के आगे उत्तर प्रदेश के सभी बड़े-बड़े राजनीति के खिलाड़ी भी थर-थर कांपते है। ये सभी राजनेता महिलाएं ऐसी है जो हमेशा जनता के लिए कार्य करती रहती हैं जिस वजह से ये लोग जल्द ही लोगों के दिलो में अपनी जगह बना ली है ।
यह हैं 10 राजनेता महिलाएं
- मायावती
यूपी की राजनीति तो बिना मायावती के अधूरी ही रहेगी। मायावती यूपी राज्य की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वर्तमान में मायावती देश की राजनीति में अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। ये बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
- डिम्पल यादव
डिंपल यादव यूपी में महिला सांसद के रूप में बहुत अच्छे से जानी जाती हैं। ये अखिलेश यादव की पत्नी हैं। डिंपल यादव ने जब यूपी की राजनीति में कदम रखा तो राजनीतिक क्षेत्र में पहला चुनाव वह हार गई थी। जब डिंपल यादव ने कन्नौज लोक सभा सीट के लिए अपना नामांकन किया था तब कांग्रेस, भाजपा और बहुजन समाज पार्टी भी उनके खिलाफ अपना कोई प्रत्याशी को खड़ा नहीं कर सकी। तब वह वहां से निर्विरोध जीत पाई। अभी हाल ही में संपन्न हुए मैनपुरी उपचुनाव में भी डिंपल काफी बड़े वोट अंतर से जीती।
- स्वाती सिंह
स्वाति सिंह ने कभी भी नहीं सोचा था कि वह राजनीति में आएंगी लेकिन परिस्थितियों ने उनको न केवल राजनीति में ला दिया, बल्कि उस स्थिति में पहुंचा दिया जहां से भारतीय जनता पार्टी को उनमें उम्मीद दिख रही थी। स्वाति ने भारतीय जनता पार्टी के लिए यूपी में ऐसा झण्डा गाड़ा कि सभी विपक्षियों के होश उड़ गए। स्वाति सिंह एनआरआई, बाढ़ नियंत्रण, कृषि आयात, कृषि विपणन, कृषि, विदेश व्यापार की मन्त्री तथा महिला कल्याण मंत्रालय, परिवार कल्याण, मातृत्व और बाल कल्याण मन्त्रालयों की राज्य मंत्री रह चुकी है।
- अनुप्रिया पटेल
अनुप्रिया पटेल ने यूपी की मिर्जापुर सीट से अपना दल की ओर से चुनाव लड़ा था। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की सबसे तेज तर्रार युवा मंत्री हैं। अनुप्रिया पटेल मोदी सरकार की सबसे युवा मंत्री हैं, अनुप्रिया पटेल 2016 से 2019 तक भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री थीं।
- मेनिका गांधी
मेनका गांधी केन्द्र सरकार में बाल विकास और महिला कल्याण मंत्री हैं । इससे पूर्व में वे एक अच्छी पत्रकार भी रह चुकी हैं। मेनका गांधी आज बीजेपी की कद्दावर नेताओं में से एक हैं जिनके सामने अच्छे से अच्छे नेताओं की जुवान लड़खड़ाने लगती है। वह अपने पति संजय गांधी के देहान्त के बाद सन 1982 में राजनीति में आई थी।
- अदिति सिंह
अदिति सिंह यूपी के जनपद रायबरेली से विधायक है। संयुक्त राज्य अमेरिका में ड्यूक यूनिवर्सिटी में प्रबंधन में डिग्री के लिए भाग लेने से पहले, आदिति को दिल्ली और मुसोरियों में शिक्षित किया गया था। वह अपने राजनीतिक जीवन से पहले समाज सेवा का कार्य कर रही थी।
- रीता बहुगुणा जोशी
रीता बहुगुणा जोशी कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष है लेकिन अब वह कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गई हैं। वह चुनाव के पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थीं और उन्होंने चुनाव में मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को भी हराया था। जिससे समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा था।
- उमा भारती
उमा भारती भारत की जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री रह चुकी हैं । उमा भारती 2012 में उत्तर प्रदेश के झांसी विधानसभा की सांसद बनी थीं। वह युवावस्था में ही भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गई थी। इन्होंने 2002 में यूपी के हमीरपुर जिले से भाजपा के लिए पहला चुनाव लड़ा था। ये मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।
- साध्वी निरंजन ज्योति
साध्वी निरंजन ज्योति यूपी के फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) लोकसभा सीट से रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी। इनकी सबसे अधिक रुचि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को पढ़ाने और कन्याओं का विवाह कराने में है। साध्वी निरंजन ज्योति वर्तमान में फतेहपुर से लोकसभा सांसद हैं।वर्तमान में वो उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य संभाल रहीं हैं ।
- अपर्णा यादव
अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू, और अखिलेश यादव के छोटे भाई की पत्नी हैं। जो कि राजनीति में हमेशा सक्रिय रहती हैं। अपर्णा यादव ने हाल में ही बीजेपी ज्वाइन कर समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका दिया और वो समय समय पर बीजेपी नेताओं के साथ मंच साझा करते नजर आ चुकी है, अपर्णा यादव ने पहले भी ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर बीजेपी का समर्थन किया था।