बेंगलुरु में डेंगू का खतरा: डॉक्टरों ने बच्चों के हाइड्रेशन स्तर पर ध्यान देने की दी सलाह
Dengue Scare in Bengaluru: Doctors Urge Parents to Monitor Children’s Hydration Levels
बेंगलुरु में डेंगू का खतरा: बच्चों के हाइड्रेशन स्तर पर ध्यान रखें, डॉक्टरों की सलाह
बेंगलुरु में मानसून के आते ही डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिससे नागरिकों के बीच चिंता का माहौल है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चे विशेष रूप से इस बीमारी से प्रभावित हो सकते हैं, और डॉक्टरों का सुझाव है कि माता-पिता बच्चों के हाइड्रेशन स्तर पर विशेष ध्यान दें।
बेंगलुरु में डेंगू के मामले बढ़े
सितंबर 2024 तक, बेंगलुरु में डेंगू के 1,200 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है, यह आंकड़ा कर्नाटक राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार है। भारी बारिश के कारण जगह-जगह पानी जमा हो गया है, जो एडीज मच्छरों के प्रजनन का आदर्श स्थान बन गया है, जो डेंगू फैलाते हैं।
डेंगू में हाइड्रेशन का महत्व
विशेषज्ञों ने डेंगू के मरीजों, विशेष रूप से बच्चों के लिए, उचित हाइड्रेशन बनाए रखने पर जोर दिया है। डेंगू बुखार से उल्टी, तेज बुखार और भूख में कमी के कारण शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाती है, जिससे बच्चों को अधिक तरल पदार्थ देने की आवश्यकता होती है।
मणिपाल अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश शेनॉय ने कहा, “बच्चों में डेंगू के दौरान निर्जलीकरण का जोखिम अधिक होता है। उचित मात्रा में तरल पदार्थ देना महत्वपूर्ण है ताकि डेंगू हेमोरेजिक फीवर (DHF) जैसी जटिलताओं से बचा जा सके। माता-पिता को बच्चों को ओआरएस, नारियल पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर जूस देना चाहिए।”
बच्चों में डेंगू के सामान्य लक्षण
माता-पिता को बच्चों में निम्नलिखित लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए:
- 2-3 दिनों से अधिक समय तक तेज बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- उल्टी और मतली
- त्वचा पर चकत्ते
- थकान और कमजोरी
यदि ये लक्षण बने रहते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डेंगू से बचाव के उपाय
डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ मच्छरों के काटने से बचने के लिए ये उपाय करें:
- खुले हिस्सों पर मच्छर भगाने वाले क्रीम का उपयोग करें।
- बच्चों को पूरी आस्तीन के कपड़े पहनाएं।
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें।
- खिड़कियों पर मच्छरदानी या जाली लगाएं।
- पानी के बर्तनों को ढककर रखें और साफ रखें।
सरकार की पहल और जन जागरूकता
बृहद बेंगलुरु महानगर पालिके (BBMP) ने मच्छरों से प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग कर अपनी एंटी-डेंगू अभियान को तेज कर दिया है। कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग भी सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह जारी कर रहा है और स्कूलों और क्लीनिकों में मुफ्त ओआरएस पैकेट वितरित कर रहा है।
विशेषज्ञों की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने माता-पिता से अपील की है कि वे बच्चों के हाइड्रेशन के साथ-साथ उनके समग्र स्वास्थ्य पर भी नजर रखें। फोर्टिस अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अनीता कुमार ने कहा, “डेंगू का जल्दी पता लगाने और सही समय पर तरल पदार्थ देने से गंभीर जटिलताओं को काफी हद तक रोका जा सकता है। माता-पिता को सतर्क रहना चाहिए और शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।”