लखनऊ : अवैध निर्माण का विरोध करने के बजाए नजूल की जमीन पर कब्जा
खबर राजधानी लखनऊ के थाना सरोजनी नगर अमौसी गंगानगर क्षेत्र से जहां दबंगई के बल पर खेतों के बगल और घरों के सामने जलाते हैं चिताय और दफनाते हैं डेड बॉडी . आपको बता दें लखनऊ गंगानगर अमौसी भरी बस्ती के बीच में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने की नियत से मकानों के ठीक सामने जलाई जाति है डेड बॉडी
जहां एक तरफ योगी सरकार दबंगों पर कार्यवाही करने से पीछे नहीं हट रही वहीं दूसरी ओर दबंगई के बल पर अमौसी गांव के कुछ दबंग क्षेत्र के रहने वाले लोगों के मना करने के बाद भी जलाते हैं डेड बॉडी और दफनाते हैं मुर्दों को
आपको बता दें अमौसी गांव के कस्बे में चार श्मशान घाट और तीन कब्रिस्तान बनाए गए हैं उन श्मशान घाटों पर और कभी स्थानों पर अवैध निर्माण होने के बाद लोगों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है की अवैध निर्माण का विरोध करने के बजाए नजूल की जमीन पर कब्जा करने की नियत से अपने परिवारों की चिताओं को आग देते हैं
प्रशासन की बात करें तो अवैध कब्जों से शासन और प्रशासन बेखबर है जब इस पूरे मामले पर हमारे विशेष संवाददाता मोहम्मद नसीर ने एसडीएम सरोजनी नगर आनंद कुमार से बात की तो एसडीएम सरोजनी नगर आनंद कुमार गोलमोल करते हुए जांच की बात कहीं
वही हमारे संवाददाता मोहम्मद नसीर ने वहीं के रहने वाले किसान राजकुमार से बात की तो क्या कुछ कहा राजकुमार ने और उनके परिवार ने चिता को जलाने के दौरान पास में रहने वाले हेमंत द्विवेदी निराला ने जब इसका विरोध किया की आप लोग श्मशान में क्यों नहीं जलाते यहां अगल-बगल बहुत सारे मकान हैं वहां पर इकट्ठा लोगों मारपीट पर आमादा हो गए