कानपुर : – सीएसए का 24वां दीक्षांत समारोह संपन्न, वितरित हुए पदक एवं उपाधियां, छात्र हुए प्रफुल्लित।।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के ऑडिटोरियम हॉल (कैलाश भवन) में आज कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की श्री राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी की अध्यक्षता में 24 वें दीक्षांत समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर 60 मेधावियों को पदक एवं पुरस्कार दिए गए।कुल 577 छात्र छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई।उपाधियां और मेडल पाकर छात्र-छात्राएं झूम उठे। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 14 छात्र छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण पदक तथा 14 छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय रजत पदक, 14 छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय कांस्य पदक एवं 18 छात्र छात्राओं को प्रायोजित स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
प्रदेश की राज्यपाल और कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल, मुख्य अतिथि प्रोफेसर रमेश चंद्र मा. सदस्य नीति आयोग नई दिल्ली और विशिष्ट अतिथि श्री सूर्य प्रताप शाही मा. मंत्री कृषि,कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान उत्तर प्रदेश सरकार तथा मा. राज्यमंत्री कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान श्री बलदेव सिंह औलख जी एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर डी.आर. सिंह ने मेधावियों को पदक दिए। इस दौरान पीएचडी डिग्री धारकों की तस्वीर कुलाधिपति महोदया एवं अतिथियों के साथ ली गई। इस अवसर पर एक से अधिक पदक कई छात्र छात्राओं को मिले। इस अवसर पर प्रोफेसर रमेश चंद मा. सदस्य नीति आयोग को कुलाधिपति महोदया द्वारा मानद उपाधि से विभूषित किया गया।
राज्यपाल एवं कुलाधिपति महोदया द्वारा इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए प्राथमिक विद्यालय नवीन रावतपुर के 25 छात्र-छात्राओं को पुस्तकें, दलिया, पेन, फल एवं बैग आदि भेंट की। तथा प्राथमिक विद्यालय की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम कुलाधिपति महोदया एवं अतिथियों द्वारा जल संरक्षण के महत्व हेतु प्रेरित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सर्व प्रथम कुलपति ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। तथा शिक्षण, शोध एवं प्रसार कार्यों के नवाचारो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर रमेश चंद मा. सदस्य नीति आयोग ने सभी पदक व उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय द्वारा दलहन, तिलहन एवं खाद्यान्न फसलों की 300 से अधिक प्रजातियां निकालकर कृषि क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न शस्य जलवायु क्षेत्रों के लिए 500 से अधिक शस्य तकनीकों को भी विकसित किया है। जो किसानों की आय बढ़ाने में सहायक है ।उन्होंने गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पाद के लिए कृषि विविधीकरण पर बल दिया। इस अवसर पर कुलाधिपति एवं श्रीराज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर रमेश चंद्र सदस्य नीति आयोग को मानद उपाधि हेतु बधाई दी। तथा सभी उपाधि धारकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छात्रों से अधिक छात्राओं ने पदक प्राप्त किए हैं जो नारी सशक्तिकरण का द्योतक है। उन्होंने कहा कि देश में 70% जनसंख्या आज भी गांव में निवास कर रही है तथा ग्रामीण महिलाएं कृषि क्षेत्र एवं उससे संबंधित उद्यमों में 48% कार्यरत है जो पशु पालन, मछली पालन,हथकरघा,डेरी उत्पादन में अपनी सहभागिता दे रही हैं और आत्मनिर्भर हो रही हैं। तथा भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि लागत को कम किया जाए तथा गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाया जाए। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि बाजार से कृषि निवेश किसान भाई न खरीद कर स्वयं के तैयार किया हुआ निवेश प्रयोग करें।जिससे लागत कम हो।उन्होंने विद्यार्थियों को सीख देते हुए कहा कि पहले वे अपनी स्वयं की खेती में गौआधारित प्राकृतिक खेती करें जिससे कि अन्य किसान सीख सकेंगे। बच्चों को पोषण युक्त आहार देने से कुपोषण की समस्या से निपटा जा सकता है। मुझे खुशी है कि हरित क्रांति में इस विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम समापन अवसर पर कुलपति कक्ष में विश्वविद्यालय एवं जागरण समूह के मध्य कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार में स्नातकोत्तर 2 वर्षीय डिप्लोमा हेतु एमओयू साइन हुआ।इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा लिखित आठ पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।
जिसमें डॉक्टर आरए सिंह द्वारा लिखित प्राकृतिक एवं जैविक कृषि की शस्य पद्धतियां,डॉक्टर आरके यादव द्वारा लिखित ब्रीडिंग फ्रूट्स क्रॉप्स,हाइब्रिड ब्रीडिंग, जेनेटिक्स एवं प्लांट ब्रीडिंग, प्लांट बायोटेक्नोलॉजी सहित आठ पुस्तकों का विमोचन किया गया ।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर नौशाद खान एवं डॉ श्वेता यादव ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर विधायक सुरेंद्र मैथानी, महापौर प्रमिला पांडेय, बोर्ड के सदस्य श्याम मोहन दुबे,पूनम दुबे, जिला प्रशासन के अधिकारीगण,सभी अधिष्ठाता गण, निदेशक गण, विभागाध्यक्ष एवं सभी संकाय उपस्थित रहे।