उन्नाव:- अतिक्रमण हटाओ अभियान नहीं हो पा रहा सफल, योगी सरकार के अधिकारी लापरवाह या योगी के देखे गए सपने हो रहे झूठे।।
उन्नाव से अनुज तिवारी की रिर्पोट…
अवैध अतिक्रमण को लेकर अभी कुछ महीने पहले योगी सरकार सख्त नज़र देखती हुई दिखाई दे रही थी। हमारे पत्रकार अनुज तिवारी ने अतिक्रमण के चलते प्रशासन से कई सवाल भी किए। जिसके चलते प्रशासन वह चाहे सिविल पुलिस हो या फिर ट्राफिक या नगर निगम के लोग यह सब के सब अभियान चलाकर सड़कों से अतिक्रमण हटवाने का कड़ी मशक्कत करते हुए नजर आ रहे थे।
तमाम गरीब कमजोर वर्ग के पटरी दुकानदारों के रोजी रोटी पर इसका भारी असर पड़ा था, वही कुछ फोर क्लास के सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारियों पर भी योगी जी का चाबुक चला था। जिससे लग रहा था की अब शुक्लागंज ( उन्नाव) के सड़कों पर अतिक्रमण दूर दूर तक देखने को नहीं मिलेगा। परंतु जैसे-जैसे दिन गुजरता गया वैसे वैसे पहले से भी ज्यादा अतिक्रमण सड़कों पर दिखाई पड़ने लगा वह चाहे गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के बालू घाट चौकी के अंतर्गत का हो या फिर गंगाघाट (उन्नाव) थाना क्षेत्र के अंतर्गत का या फिर पोनी रोड, झंडे चौराहा, बिंदा नगर का ।
जो तस्वीर में आज आप लोगों को दिखाने वाला हूं यह तस्वीर अतिक्रमण के इसी कारण चौराहे पर देखने को मिला जहां पर ऑटो विक्रम ई-रिक्शा भारी संख्या में चौराहे पर जाम में फंसे नजर आये, साइकल, बाइक, कार वाले भी दट कर जाम का सामना करते हुए नजर आए। जिससे साफ जाहिर होता है अभी गंगाघाट ( उन्नाव) में लोगों को अवैध अतिक्रमण के चलते जाम का सामना करना पड़ता है और समय गवाने के साथ-साथ डीजल पेट्रोल गैस भी अधिक संख्या में जलाना पड़ता है।
जिसका सीधा असर आम जनता के जेबों पर पड़ता है और उन्हें अपने जेबो को खाली करके इसकी भरपाई करना पड़ता है।