
चार दिन से ठप सफाई व्यवस्था, वेतन को लेकर कर्मचारियों का हंगामा
लखनऊ। नगर निगम जोन-8 में सफाई कर्मियों और वाहन चालकों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही, जिससे पूरे क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। हड़ताल पर गए कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी वेतन संबंधी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे कार्य पर वापस नहीं लौटेंगे।
वेतन को लेकर जारी है संघर्ष
सफाई कर्मचारियों और वाहन चालकों का कहना है कि उन्हें लंबे समय से वेतन नहीं मिला है, जिससे वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। दो दिन पूर्व एक प्रतिनिधिमंडल नगर निगम के अपर आयुक्त डॉ. अरविंद राव से भी मिला था, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। इसको लेकर कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।
निजी कंपनी के हाथों में सफाई व्यवस्था, बढ़ रही परेशानियां
नगर निगम जोन-8 की सफाई व्यवस्था निजी कंपनी के हवाले है, लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से इलाके में कूड़े का अंबार लग गया है। कई इलाकों में बदबू फैलने लगी है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण पर पड़ेगा असर?
लखनऊ को स्वच्छ शहरों की सूची में ऊंचा स्थान दिलाने के लिए नगर निगम जुटा हुआ है, लेकिन सफाई कर्मचारियों की हड़ताल इस अभियान को प्रभावित कर सकती है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो स्वच्छ सर्वेक्षण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
नगर निगम प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन उनकी समस्याओं की अनदेखी कर रहा है। वेतन का भुगतान समय पर नहीं किया जा रहा, जिससे उनका जीवनयापन मुश्किल हो गया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो आंदोलन और तेज होगा।
समाधान कब?
अब देखना यह है कि नगर निगम प्रशासन इस समस्या का समाधान कब तक निकालता है। यदि हड़ताल जारी रही तो नगर निगम जोन-8 की स्थिति और भी भयावह हो सकती है। सवाल यह है कि क्या अधिकारी जल्द निर्णय लेंगे या फिर शहर के स्वच्छता अभियान को ठप होने देंगे?