उन्नाव:- औषधि निरीक्षक की सख्त कार्यवाही, विभिन्न गड़बड़ियों के चलते 8 मेडिकल स्टोरों के लाइसेंस किए गए निलंबित ।


उन्नाव से अनुज तिवारी की रिर्पोट…
जिलाधिकारी के निर्देशन में औषधि निरीक्षक ने मारा था छापा, रोकी थी मेडिकल स्टोरों की बिक्री ।
आज मंगलवार को औषधि निरीक्षक अजय कुमार संतोषी ने बताया कि बीते दिनों कुछ मेडिकल स्टोरों का निरीक्षण जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे व सहायक आयुक्त औषधि ब्रजेश कुमार लखनऊ मंडल लखनऊ के निर्देशन में बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में संचालित अमित मेडिकल स्टोर, न्यू चंद्र मेडिकल स्टोर, मिलन मेडिकल स्टोर, कबीर मेडिकल स्टोर, मां ललिते मेडिकल स्टोर, दीन दयाल मेडिकल स्टोर और अजगैन थाना क्षेत्र के सुशील पाल मेडिकल स्टोर, आसीवन थाना क्षेत्र के न्यू जय दीप मेडिकल स्टोर, का किया गया था।
जिसमें मेडिकल स्टोरों पर विभिन्न गड़बड़ियां पाई गई है, जिसके चलते इन सभी मेडिकल स्टोरों पर सख्त कार्यवाही करते हुए सहायक आयुक्त औषधि ब्रजेश कुमार द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
औषधि निरीक्षक ने बताया कि निलंबन के संबंध में आदेश पत्र की एक प्रति संबंधित मेडिकल स्टोरों और उस क्षेत्र के थाना इंचार्ज को भी भेज दिया गया है। जिसके चलते निलंबन की अवधि के दौरान यदि उक्त मेडिकल स्टोर संचालित होते पाए गए तो इन पर निरस्ती करण की कार्यवाही भी की जाएगी ।
औषधि निरीक्षक ने बताया कि उक्त मेडिकल स्टोरों पर निरीक्षण के दौरान किसी भी दुकान में प्रारूप के तहत लाइसेंस चस्पा नहीं मिला न ही बिल बुक,स्टॉक रजिस्टर, शेड्यूल एच 1 संबंधित दवाओं की रखरखाव का रजिस्टर, नारकोटिक्स और कोडीन युक्त दवाओं की खरीद बिक्री व भंडारण संबंधित अभिलेख भी नहीं प्राप्त हुए ।
कई मेडिकल स्टोरों पर तो फार्मासिस्ट भी मौजूद नहीं मिले पशुओं और मनुष्यों के इस्तेमाल में आने वाली दवाइयों के अलग भंडारण की व्यवस्था भी उचित नहीं मिली जिसके बाद उक्त मेडिकल स्टोरों के संचालकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया था परंतु तय समय के अंदर नोटिस का संतोष जनक जवाब भी संचालकों द्वारा नहीं दिया गया।
जिसके बाद अग्रिम कार्यवाही करते हुए उक्त मेडिकल स्टोरों के विरुद्ध सहायक औषधि ब्रजेश कुमार द्वारा आयुक्त निलंबन की कार्यवाही की गई है औषधि निरीक्षक ने बताया कि यदि दूसरे मेडिकल स्टोरों द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों के अलावा गड़बड़ियां पाई गई तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्यवाही करने के लिए विभाग तैयार है।