
आखिर क्यों सिर्फ 2 दिन में भारतीय टीम ने हार मान ली? क्या कोहली और रोहित को अब सन्यास ले लेना चाहिए?
भारतीय टीम WTC के दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड से अपनी कड़ी हार को टालने के लिए संघर्ष कर रही है। सवाल उठता है कि आखिर सिर्फ दो दिन में ही टीम क्यों पस्त हो गई? रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी बल्लेबाज टीम के स्कोर को मजबूती देने में नाकाम रहे, और युवा खिलाड़ी सरफराज खान, शुभमन गिल और ऋषभ पंत भी अपेक्षित प्रदर्शन करने में असफल रहे। क्या भारतीय क्रिकेट के यह दिग्गज अब संन्यास पर विचार करें या अभी भी उनमें क्रिकेट का जोश बाकी है?
भारतीय बल्लेबाज क्यों हो रहे नाकाम?
इस टेस्ट की खासियत यह रही कि जिस पिच पर भारतीय बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल हो रहा था, उसी पिच पर न्यूजीलैंड के बल्लेबाज सहजता से रन बना रहे हैं। मैच की पहली पारी में पिच की गति और उछाल को समझ पाने में भारतीय बल्लेबाज नाकाम रहे। उनकी तकनीकी कमियों ने उन्हें मुश्किल में डाल दिया, जिससे टीम महज 156 रन पर ढेर हो गई। जबकि दूसरी तरफ न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने संयम और सूझबूझ के साथ खेलते हुए बड़े स्कोर की तरफ कदम बढ़ाया।
कोहली और रोहित के संन्यास पर उठते सवाल
विराट कोहली और रोहित शर्मा भारतीय क्रिकेट की रीढ़ माने जाते हैं, लेकिन लगातार दो टेस्ट मैच के तीन पारियों में उनकी नाकामी ने उनके प्रदर्शन पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। क्या अब उनके लिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का समय आ गया है? या क्या उनकी बल्लेबाजी में अभी भी मैच जिताने की क्षमता बची हुई है? उनके प्रशंसकों का मानना है कि इनकी “बूढ़ी हड्डियों” में अब भी क्रिकेट का जुनून है, लेकिन यह हार उनके करियर पर काले धब्बे की तरह होने वाली है। कोई करिश्मा ही अब भारतीय टीम को हार से बचा सकता है।
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अश्विन और जडेजा का प्रभावहीन प्रदर्शन
रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे स्पिनर जिन्हें भारतीय पिचों पर महारत हासिल है, इस मैच में अपेक्षित प्रभाव डालने में अभी तक नाकाम रहे। उनकी गेंदबाजी में वह धार नहीं दिखी, जिससे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता। भारतीय टीम की हार का एक प्रमुख कारण इन अनुभवी गेंदबाजों का बेअसर होना भी माना जा रहा है।
WTC फाइनल की राह मुश्किल
यह हार भारत के लिए WTC फाइनल की राह मुश्किल बना रही है। संभावित इस हार के बाद भारत को WTC पॉइंट्स टेबल में अपना शीर्ष स्थान और WTC के फाइनल में पहुंचने के लिए कम से कम 4 टेस्ट मैच जीतने ही होंगे, इसका मतलब ये हुआ कि भारत अब आस्ट्रेलिया के साथ आगामी टेस्ट सीरीज को हलके में नहीं ले सकता, उसे हर हालात में ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में हराना होगा, इसके लिए टीम की स्ट्रेटजी में कुछ बदलावों की आवश्यकता नजर आ रही है, और चयनकर्ताओं को कोहली और रोहित जैसे खिलाडियों को आराम देते हुए अब नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका देने पर विचार करना चाहिए।
गलती जो अब चुभने लगी है
पहली इनिंग में रोहित, कोहली, पंत, सरफराज और गिल द्वारा की गई गलतियां अब भारतीय टीम को भारी पड़ रही हैं। इनका गैर जिम्मेदाराना तरीके से खेल कर आउट होना और स्कोर न बना पाना अब भारतीय टीम के WTC फाइनल की राह में रुकावट बन चुका है। अब सवाल यह है कि क्या भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में अपनी रणनीति में सुधार करेगी और संभावित दिख रही हार को अपना उत्क्रिस्ट खेल दिखते हुए सीरीज को 1:1 से बराबर करने में कामयाब होती है




