संतान प्राप्ति की आश में खुद की जान गवां बैठी महिला
मथुरा।हालही कुछ समय पूर्व ठाकुर बांकेबिहारीजी के मंदिर में हुई घटना से प्रशासन ने कोई सीख नहीं ली,परिणाम स्वरूप दूसरी बार भी घटना घटित हो गई। अहोई अष्टमी पर मथुरा के राधाकुंड पर श्रद्धालुओं की जबर्दस्त भीड़ उमड़ी। भीड़ का आलम इतना था कि प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं यहां पर फेल होती नजर आ रही थीं।इस दौरान एक दुखद हादसा भी हो गया। भीड़ के दबाव के कारण यहां तीन महिला श्रद्धालु बेहोश हो गईं जिनमें से एक की बाद में मौत हो गई।
बता दें कि मान्यता है कि मथुरा के राधाकुंड में संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं स्नान करती हैं। ऐसे में सोमवार की आधी रात को यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए। प्रशासन द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वनवे व्यवस्था बनाई गई थी लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि प्रशासन की यह व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गई। भीड़ बैरिकेडिंग लांघ कर गलियों से राधारानी कुंड की ओर जाने लगी। भीड़ के दबाव को देखते हुए आईजी नचिकेता झा, जिलाधिकारी पुलकित खरे और एसएसपी अभिषेक यादव ने भी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
आपको बता दें भीड़ का दबाव अधिक बढ़ने पर मेला अधिकारियों के आदेश पर भीड़ को रामलीला मैदान पर रोक दिया गया जिसके कारण यहां तीन महिलाएं बुरी तरह से फंस गईं और थोड़ी देर में ही बेहोश होकर गिर पड़ीं। बेहोश हुई महिलाओं में 32 वर्षीय प्रियंका पत्नी मुकेश शर्मा निवासी नारायण विहार शास्त्रीपुरम आगरा, रेखा शर्मा पत्नी योगेंद्र शर्मा निवासी जनता कॉलोनी जयपुर और लौकी देवी पत्नी रसिक पंडित निवासी हुजई आसाम थीं। चिकित्सकों ने रेखा और प्रियंका को सीएचसी में भर्ती कराया जबकि लौकी देवी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां लौकी देवी की मौत हो गई.