मथुरा: अधिकारी ने षड्यंत्र के साथ पत्रकार के खिलाफ लिखाया झूठा मुकदमा
वादी ड्राइवर ज्ञानसिंह ने तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय द्वारा डरा धमकाकर कराए गए झूठे के खिलाफ खोला मोर्चा,तहसीलदार पर ड्राइवर ने ही लगाए गंभीर आरोप
गोवर्धन तहसील में तैनात तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय द्वारा अपनी सरकारी गाड़ी के ड्राइवर ज्ञान सिंह द्वारा पत्रकार ऋषभ कौशिक व अन्य के खिलाफ कराई झूठी एफआईआर दर्ज।
मथुरा।विवादास्पद तहसीलदार द्वारा मीडिया को हतोत्साहित करने की घिनौनी साजिश।
तहसील गोवर्धन में तैनात निरन्तर विवादित रहने वाले तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय द्वारा एक युवा पत्रकार ऋषभ कौशिक के खिलाफ साजिशन व षड्यंत्र के तहत अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गोवर्धन थाने में झूठा मुकद्दमा दर्ज कराने का मामला प्रकाश में आया है।जोकि इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।5 मई को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकार ऋषभ कौशिक द्वारा तहसील गोवर्धन में आने वाले फरियादियों को होनी वाली समस्याओं व परेशानियों के संदर्भ में कवरेज करने को लेकर मौके पर मौजूद तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय बौखला गए व हतोत्साहित होकर पत्रकार पर सार्वजनिक रूप से अनर्गल आरोप लगाकर व जोर जोर से चिल्लाकर पत्रकार के साथ अभद्र करने लगे।पत्रकार द्वारा उनका वर्जन लेने पर तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय द्वारा आधिकारिक चैनल की माइक आईडी को पकड़कर झूठा आरोप लगाते हुए ये बोलने लगे कि आप पत्रकार हो या मन्दिर के पुजारी जो कि बेहद हास्यास्पद है।उसी दिन रात्रि में तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय ने कुटिल चाल चलते हुए मीडिया को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से अपने ड्राइवर ज्ञान सिंह पुत्र रघुवीर सिंह से जबरन डरा धमकाकर पत्रकार ऋषभ कौशिक व दो अन्य के खिलाफ एक शिकायती पत्र लिखवा लिया और ड्राइवर से बोला कि जाओ इस शिकायती पर को सीओ गोवर्धन को देकर एफआईआर दर्ज करवाकर आओ अन्यथा में तुम्हारी नौकरी खा जाऊंगा तब मजबूर होकर ड्राइवर थाने गया और दबाब के चलते झूठा मुकद्दमा लिखवाकर आ गया।उक्त मामले में आज उस समय रोचक मोड़ आ गया जब तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय के ड्राइवर ज्ञान सिंह ने तहसीलदार के खिलाफ ही एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी मथुरा व सक्षम अधिकारी को एफिडेविट सहित प्रेषित करते हुए दिया है की तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय द्वारा जबरन मुझ पर दबाव बनाकर मुझसे पत्रकार ऋषभ कौशिक व दो अन्य के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है और शपथपत्र में यह भी लिखा है कि मुझे भयभीत कर व नौकरी से हटाने की धमकी देकर हस्ताक्षर करवा लिए थे।तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय के ड्राइवर ज्ञान सिंह ने तहसीलदार की शिकायत सिटी मजिस्ट्रेट को जिलाधिकारी के नाम से सौंपी। जिसकी एक कॉपी कमिश्नर आगरा एसडीएम गोवर्धन के साथ उत्तर प्रदेश राजस्व संग्रह अनुसेवक संघ/उत्तर प्रदेश राजस्व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ को प्रेषित की है।अब देखना है कि उच्च अधिकारी तहसीलदार मनोज वार्ष्णेय के विरुद्ध क्या दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाते है या अधिकारी इसी तरह अपने पद का दुरुपयोग करते रहेंगे।