बहुजन समाज का बेटा वेद प्रकाश बना खंड विकास अधिकारी

मथुरा। जनपद में एक बार फिर बहुजन समाज के बेटा ने जिले का नाम रोशन किया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पीसीएस परीक्षा 2021 में अंतिम रूप से खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के पद चयनित हुए बहुजन समाज के वेद प्रकाश पुत्र गंगाराम निवासी गोविंद पुर मथुरा का पीसीएस में चयनित होने पर उनके निज निवास पर बंधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है इसके बाद भी सोशल मीडिया पर भी बधाई देने का दौर चल निकला। अमर ख्याल संवाददाता राजेश कुमार (आरपी सिंह राठौर) से बातचीत में वेद प्रकाश ने बताया कि ये उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में पहला इंटरव्यू था जिसमें सफलता प्राप्त की है। लंबे संघर्ष और कड़ी मेहनत के बाद सफलता प्राप्त की है। वेद की हाईस्कूल कान्हा माखन पब्लिक स्कूल व इंटरमीडिएट जवाहर विद्यालय इंटर कॉलेज मथुरा जिसमें वो शुरू से ही कक्षा में अव्वल नंबर पर रहे हैं इसके बाद ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किशोरी रमन महाविद्यालय मथुरा से शिक्षा प्राप्त की जिसमें उनके क्लास अध्यापक उनकी कड़ी मेहनत को देखते तो उनको आगे बढ़ने में प्रोत्साहित किया करते थे। वेद ने बताया मेरी सफलता के पीछे मेरे बड़े भाई मास्टर जयपाल सिंह का सर्वाधिक योगदान है, साथ ही मेरे माता पिता का विश्वास, गुरुजनों का आशीर्वाद, मित्रों का साथ और सहयोग का महत्वपूर्ण योगदान है।
वेद के परिवार में माता-पिता के साथ 5 भाई और 1 बहन है। जिसमें दो भाई और एक भाभी अध्यापक हैं जोकि मथुरा में ही नियुक्त हैं। माता गृहणी हैं पिता किसान हैं। पिता ने कड़ी मेहनत की और भाइयों ने ही मुझे पढ़ाया है। सबसे बड़े भाई विजयपाल सिंह राजमिस्त्री ठेकेदार हैं।
इसके उपरांत वेद ने कहा आईएएस पीसीएस संस्थान निजामपुर हापुड़ के केंद्र प्रभारी रिंकू सिंह राही सर के दिशा निर्देश और मार्ग दर्शन में तैयारी करने के कारण ही यहां पहुंच पाया हूं। वेद की आंखों में खुशी आते ही बताया कि वर्तमान समाज के युवाओं को शिक्षा पर अग्रसर ध्यान देना होगा ताकि हम समाज को एक नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा सकें उन्होंने कहा कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है जो पियेगा वह दहाड़ेगा यह कथन आज़ उन्होंने कर दिखाया। वेद ने अपनी सफलता का श्रेय परिवार, अध्यापक के साथ उन सभी को देना चाहा है जिन्होंने उसे मोटिवेट किया और समय समय पर उचित मार्गदर्शन दिया। उनका कहना है कि लगन और कड़ी मेहनत से किसी भी लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है।