पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक की उत्तर प्रदेश स्थापना दिन पर बधाई।।
सपनों का उत्तर प्रदेश साकार होगा। अब वह दिन दूर नहीं जब सबने सपनों में जिस उत्तर प्रदेश की कामना की है वह साकार होगा. मुझे तो लगता है कि अगला उत्तर प्रदेश स्थापना दिन हम राम मंदिर में ही मना पाएँगे!”,
ऐसे भावविभोर शब्दों में पूर्व राज्यपाल श्री राम नाईक ने उत्तर प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश स्थापना दिन पर बधाई दी।।
याद करें कि श्री राम नाईक के सुझाव के बाद 24 जनवरी 2018 को पहली बार पूरे प्रदेश में ‘उत्तर प्रदेश स्थापना दिन’ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उपराष्ट्रपति श्री वेंकय्या नायडू के उपस्थिति में बड़े धूमधाम से मनाया था. वैसे तो उत्तर प्रदेश की स्थापना 24 जनवरी 1950 को हुई किंतु सरकार ने इस दिन को स्थापना दिन की पहचान 68 वर्ष बाद दी.
“पहली बार उत्तर प्रदेश स्थापना दिन मनाते वक्त मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक जिला, एक उत्पाद (ODOP)’ योजना की नींव रखी थी, जिसके चलते रोजगार में लाखों की वृद्धी हुई, निर्यात में भी आज पूरे देश में उत्तर प्रदेश 5 वे स्थान पर है, तो व्यवसाय आसानी के (Ease of Business) मोर्चे पर तो पिछले साढ़े पाच वर्षों में देश में उत्तर प्रदेश ने 16 से दूसरे स्थान पर छलांग मारी है।।
कानून और सुरक्षा में हुआ सुधार तो पूरी दुनिया देख रही है. मुझे भी उत्तर प्रदेश की इस प्रगति से बेहद संतोष है. पिछले साढ़े पाच वर्षों में ‘प्रश्न प्रदेश’ बने उत्तर प्रदेश को न केवल उत्तर या उत्तम प्रदेश तो ‘सपनों का प्रदेश’ बनाने में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार को स्थापना दिन के अवसर पर मैं हार्दिक अभिनंदन देना चाहता हूं,” ऐसा भी इस अवसर पर श्री राम नाईक ने कहा.
पूर्व राज्यपाल श्री नाईक ने उत्तर प्रदेशवासियों को उत्तर प्रदेश स्थापना दिन पर हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हो रही तरक्की से मैं बहुत खुश हूं और उम्मीद कर रहा हूं कि अगला उत्तर प्रदेश स्थापना दिन हम राम मंदिर में मना कर नया इतिहास रचेंगे.