उन्नाव:- पॉल्युशन विभाग के भ्रष्टाचार पर एन्टी करप्शन का ‘एक्शन रिश्वतखोर बाबू गिरफ्तार!!
उन्नाव से जिला संवाददाता अनुज तिवारी
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय ‘उन्नाव’ में व्याप्त भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा हुआ है । उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचार निवारण संगठन इकाई की लखनऊ विंग ने रिश्वतखोर बाबू को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने दही थाना में रिश्वतखोर बाबू के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। एन्टी करप्शन टीम आज बुधवार को आरोपी बाबू को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम कोर्ट लखनऊ में पेश कर न्यायालय से न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की अपील करेगी, आरोपी बाबू की गिरफ्तारी के बाद कार्यालय स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है, कार्रवाई के दौरान स्टाफ के कई सदस्य टीम को चकमा देकर भाग निकले थे ।
कार्रवाई के बाद उत्तर प्रदेश नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय अधिकारी उन्नाव पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। उन्नाव के बीघापुर कोतवाली क्षेत्र के गौरा में संचालित कोल्ड स्टोरेज बद्री विशाल फूड्स लिमिटेड का उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय उन्नाव से वार्षिक रिन्युअल के लिए प्रदूषण संबंधित NOC चाहिए थी ।
NOC के लिए कोल्ड स्टोरेज संचालक विजय मिश्रा करीब दो माह से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय उन्नाव के अफसरों के चक्कर काट रहा था। इस बीच विजय मिश्रा की मुलाकात कार्यालय में तैनात वैज्ञानिक सहायक पवन मिश्रा से 15 दिन पहले मुलाकात हुई तो उन्होंने वरिष्ठ बाबू विजय कुमार से मुलाकात करा दी, जहां से कोल्ड स्टोरेज संचालक व वरिष्ठ बाबू विजय कुमार के बीच लेनदेन की बातचीत शुरु हुई ।
इसके बाद वरिष्ठ बाबू ने एनओसी जारी करने के लिए 50 हजार रुपये की मांग की। कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार की विजय कुमार मिश्रा ने करीब 10 दिन पहले पूरे प्रकरण व साक्ष्यों के साथ एंटी करप्शन ब्यूरो लखनऊ विंग शाखा में शिकायत की। जहां से दोपहर करीब 2 बजे एन्टी करप्शन ब्यूरो लखनऊ विंग शाखा प्रभारी नूरुल हुदा 10 सदस्यीय टीम के साथ 2 गाड़ियों से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय उन्नाव पहुंचे, जहां से योजना के तहत टीम प्रभारी ने विजय मिश्रा के साथ एक कांस्टेबल को सादी वर्दी में कार्यालय के अंदर नकदी लेकर भेजा।
जहां वरिष्ठ लिपिक विजय कुमार ने शिकायतकर्ता से बातचीत के बीच 50 हजार रुपये लेकर अपने पास रख लिए। नकदी पास रखते ही टीम ने उन्हें दबोच लिया। कार्रवाई से कार्यालय में खलबली मच गई और कई कर्मचारी भाग खड़े हुए । इस दौरान टीम वरिष्ठ लिपिक विजय कुमार को हिरासत में लेकर करीब 4.30 बजे दही थाना पहुंची। जहां दो घंटे से अधिक समय तक बंद कमरे में पूछताछ की। इसके बाद टीम प्रभारी नूरुल हुदा ने शिकायतकर्ता के शिकायती पत्र के आधार पर तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया।
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ बाबू विजय कुमार को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है । दही थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया है । वहीं बुधवार को आरोेपित बाबू को लखनऊ की भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट में पेश किया जाएगा। न्यायालय से न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की अपील करेगी ।