उन्नाव:- गौशाला पशुओं की कब्र गाह बनी हुई है बुधवार को वायरल हुए वीडियो में भीतर,बाहर पशु शवो का लगा अंबार !!
उन्नाव से जिला संवाददाता अनुज तिवारी
बांगरमऊ तहसील के अंतर्गत गंजमुरादाबाद ब्लाक क्षेत्र में संचालित एक मात्र बृहद गौशाला पशुओं की कब्रगाह बनी हुई है बुधवार को वायरल हुए वीडियो में भीतर तथा बाहर पशु शवो का अंबार लगा हुआ है जिन्हे कुत्ते कौवे अपना निवाला बना रहे है कुछ ग्रामीणों द्वारा बनाए गए वीडियो में ग्राम प्रधान को हत्यारा करार देते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी गई है।
ज्ञात हो भिक्खन पुर गोपालपुर में अस्थाई गोवंश स्थल को उच्चीकृत कर बृहद गौशाला का संचालन शुरू करवाया गया है जिसमे करीब 600 से अधिक पशु संरक्षित है अब कागजों में भले ही यहां पशु संरक्षण बेहतर जीवन जी रहा हो किंतु हकीकत में यह किसी पशु बंदीगृह से कम नहीं है इसकी हकीकत बयां करने हेतु कुछ ग्रामीणों ने अनेक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए गए जिनमे गौशाला के भीतर भी पशु शव पड़े दिखाई दे रहे है जबकि बाहर दर्जनों पशु शवो को कुत्ते तथा कौवे अपना निवाला बना रहे है साथ ही दर्जनों पशु टैग बिखरे हुए पड़े है एक वीडियो में ग्रामीण द्वारा संचालन करता को पशु हत्यारा करार देते हुए करीब 10 पशुओं की प्रतिदिन मौत होने की बात कही है।
कई माह पूर्व भी इस गोवंश स्थल में चार पशु शव एक साथ पाए गए थे जिसके बाद मामला प्रकाश में आने के बाद दो शवो का पोस्टमार्टम कराकर औपचारिकता पूर्ण की गई तथा उच्च अधिकारियों के निर्देश पर तत्कालीन बी डी ओ को जांच सौंपी गई चर्चा है इस दौरान एक सत्ताधारी जनप्रतिनिधि के हस्तक्षेप से कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। इनसेट चर्चा यह भी है इस गोवंश स्थल में लगभग 6 सैकड़ा पशुओं की उपस्थित कागजों पर दर्ज रहती है किंतु मौके पर मुश्किल आधे पशु ही रखे जाते है जिससे सैकड़ों पशु के रखरखाव के रूप में रोजाना हजारों रुपए की बचत हो जाती जिसमे हिस्सा नेता जी का भी होता है जिससे ब्लाक स्तरीय कर्मचारी चाहकर भी कार्यवाही नही कर पाते है।
एक सत्ताधारी जनप्रतिनिधि के संरक्षण चल रहे गोवंश स्थल पर संचालक के चंद कर्मियो का पहरा रहता है जिससे आमजन तो दूर मीडियाकर्मियों के भी गोवंश स्थल पर प्रवेश करने नही दिया जाता है।गोवंश स्थल के करीब दो किलोमीटर की परिधि में कोई गांव भी नही है जिससे इस स्थल पर मरने वाले पशुओं के बारे में जानकारी ना के बराबर ही मिल पाती है।
इस मामले में जब खंड विकास अधिकारी गंज मुरादाबाद से इस मामले पर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में हम कुछ भी खाने के लिए अधिकृत नहीं है सो सोने वाली बात है कि के मौत होने पर एक जिम्मेदार अधिकारी का यह रवैया कहीं ना कहीं उनको भी इस कटघरे में लाकर खड़ा करता है क्या जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाएगी या गौ हत्यारे को कुछ सजा भी दी जाएगी।