उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गौवंशो की सुरक्षा के दावे जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से फेल

मथुरा।सरकार द्वारा गौवंशो की सुरक्षा के लिए किए जा रहे इंतज़ार के दावे फैल होते जा रहे है।सरकार द्वारा समय समय सरकारी घोषणाओं में देखने को मिलता है कि गायों को सुरक्षित स्थान एव गौशालाओ में रखा जाए उनकी देखभाल की जाए और समय समय पर विभिन्न बीमारियों से बचाव हेतु टीकाकरण किया जाए।लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और ही ब्या करती है।जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते आये दिन गौवंशो की मौत हो रही है।आपको बतादे कि शासकीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते गोवंश की दर्दनाक मौत हो रही है।वही जागरूक लोगो ने अपनी आंखें बंद कर ली है। गॉव मगोर्रा में आवारा गाय गांव के श्मशान में खुली ठंड में पड़ी हुई है और अपनी मौत का इंतजार कर रही है।जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इन गौवंशो के खाने पीने पर कोई ध्यान न देने के कारण आज दो गौवंशो की मौत हो चुकी है लेकिन अधिकारियों की अभी नींद नही खुली है।स्थानीय लोगो ने बताया कि आज सुबह कुछ गाये भूख प्यास से तड़प तड़प मर गई।सम्बंधित अधीकारियों को फोन पर सूचना दी गई मगर कोई नही पहुँचा।गायों की मौत की जैसे ही सूचना गौ रक्षक दलों की टीम को मिली तो टीम घटना स्थल पर पहुँची और मृत गौवंशो को एम्बुलेंस के माध्यम से ले गयी और उनका अंतिम संस्कार कराया।वही स्थानीय लोगो का आरोप है कि यहाँ जानवरो के डॉक्टरों भी मनमानी करते है समय पर गौवंशो को दिखने के लिए नही आते है।इस तरह की लापरवाही ही निरन्तर गौवंशो की मौत का कारण बन रही हैं।देखना होगा जिम्मेदार अधिकारी इस और कोई ठोस कदम उठता है या गौवंश इस तरह ही अपनी मौत का इंतजार करते रहेंगे।